Friday, January 25, 2013

कार्टून कुछ बोलता है- पूत के पाँव पालने में .....


5 comments:

  1. सारा गुस्सा गधा ही तो झेलता है ..बहुत खूब ...

    ReplyDelete
  2. गधा है न !...खानदानी रवायत निभा रहा होगा !

    ReplyDelete
  3. बेचारा क्या करे -गधा ठहरा !

    ReplyDelete
  4. सच है, हर बार का यही रोना है।

    ReplyDelete

सहज-अनुभूति!

निमंत्रण पर अवश्य आओगे, दिल ने कहीं पाला ये ख्वाब था, वंशानुगत न आए तो क्या हुआ, चिर-परिचितों का सैलाब था। है निन्यानबे के फेर मे चेतना,  कि...