tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post1687769106496696588..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : लघु कब्बाली !पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-11568847870014762082009-12-20T10:06:36.965+05:302009-12-20T10:06:36.965+05:30सुरूर ऐसा मिला कि जिसने रोम-रोम हिला दिया !
जाम-ए-...सुरूर ऐसा मिला कि जिसने रोम-रोम हिला दिया !<br />जाम-ए-मोहब्बत दिखा, घूंट जहर का पिला दिया !!<br />मेरे प्यार का जानम तुमने वाह, क्या सिला दिया !<br /><br />वाह गोदियाल साहब, उम्दा कव्वाली !!<br />मन तो किया कि मैं भी शामिल हो जाऊं<br /><br />-सुलभSulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-60918986762539374832009-12-19T22:33:09.011+05:302009-12-19T22:33:09.011+05:30बस कौब्बालों की व्यवस्था हो जाय ..
गाजा बाजा पे सब...बस कौब्बालों की व्यवस्था हो जाय ..<br />गाजा बाजा पे सब जम जाता है ..<br />इसी 'अंधड़ ' में यह भी सही ..Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-10673139519715012702009-12-19T18:06:34.533+05:302009-12-19T18:06:34.533+05:30बहुत खूब।बहुत खूब।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-47290363957228633422009-12-19T16:14:23.995+05:302009-12-19T16:14:23.995+05:30शुक्रिया गिरिजेश जी, भूल सुधार कर दी मैंने !शुक्रिया गिरिजेश जी, भूल सुधार कर दी मैंने !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-44429951562691869392009-12-19T16:11:06.327+05:302009-12-19T16:11:06.327+05:30वाह गोदियाल जी, ये तो एक नया रूप देखा आपका।
कव्वाल...वाह गोदियाल जी, ये तो एक नया रूप देखा आपका।<br />कव्वाली बड़ी अच्छी बनी है। बस कोई गा कर सुना दे तो और भी आनंद आ जाये।<br />बधाई।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-75097352898559186212009-12-19T16:00:05.526+05:302009-12-19T16:00:05.526+05:30This comment has been removed by the author.गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-78984436310396821222009-12-19T15:59:28.567+05:302009-12-19T15:59:28.567+05:30@कभी हमको भी शर्म आती है कि हम इस तरह जिये क्यो ?
...@कभी हमको भी शर्म आती है कि हम इस तरह जिये क्यो ?<br />अमृत का जाम मांग कर फिर प्याला जहर का पिये क्यो ??<br /><br />वाह! उपर की पंक्तियाँ सोचने को विवश करती हैं।<br /><br /><br />"जाम-ए-मोहब्बत दिखा घूंट, जहर का पिला दिया " को "जाम-ए-मोहब्बत दिखा, घूंट जहर का पिला दिया" कर दीजिए।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-2080971826988388902009-12-19T15:31:32.607+05:302009-12-19T15:31:32.607+05:30गोदियाल साहब ये तो ऐसा नहीलगता आपने पहली बार लिखा ...गोदियाल साहब ये तो ऐसा नहीलगता आपने पहली बार लिखा है मुझे तो ऐसा लग रहा है आप कव्वाली भी मस्त गा लेते होगे :)<br />बढ़िया लगाMishra Pankajhttps://www.blogger.com/profile/02489400087086893339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-68354472687469621712009-12-19T15:24:13.781+05:302009-12-19T15:24:13.781+05:30शिव होने का सौभाग्य मिल गया जी आपको ।शिव होने का सौभाग्य मिल गया जी आपको ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-72617783352717560412009-12-19T15:17:08.446+05:302009-12-19T15:17:08.446+05:30सुरूर ऐसा मिला कि जिसने रोम-रोम हिला दिया !
जाम-ए-...सुरूर ऐसा मिला कि जिसने रोम-रोम हिला दिया !<br />जाम-ए-मोहब्बत दिखा घूंट, जहर का पिला दिया !!<br />वाह, बहुत खूब लिखा है आपनेसुभाष चन्द्रhttps://www.blogger.com/profile/00163673662608636927noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-79529408583711956472009-12-19T14:47:20.640+05:302009-12-19T14:47:20.640+05:30मेरे प्यार का जानम तुमने वाह, क्या सिला दिया
जाम-...मेरे प्यार का जानम तुमने वाह, क्या सिला दिया <br />जाम-ए-मोहब्बत दिखा घूंट, जहर का पिला दिया !<br /><br />बहुत ही सुन्दर शब्दों से युक्त यह बेहतरीन प्रस्तुति ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-27285990725097372842009-12-19T14:44:49.237+05:302009-12-19T14:44:49.237+05:30बहुत खूब!
जहर का प्याला मिला, यही तो है प्यार का ...बहुत खूब!<br /><br />जहर का प्याला मिला, यही तो है प्यार का सिला!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-41570837805631633292009-12-19T14:15:58.166+05:302009-12-19T14:15:58.166+05:30सुनो इश्क वालों ज़रा, तुम प्यार ज़रा संभलकर करना !...सुनो इश्क वालों ज़रा, तुम प्यार ज़रा संभलकर करना !<br />गिलास में परोसा क्या है, उधर भी देख लिया करना !!<br />फिर न कहना, किसी ने हमको अलर्ट नहीं किया !<br />जाम-ए-मोहब्बत दिखा घूंट, जहर का पिला दिया !!<br /><br />बहुत खूब कहा जनाब आप नें । vah vahvikas mehtahttps://www.blogger.com/profile/17315693154331289768noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-43282754777759500892009-12-19T14:07:34.635+05:302009-12-19T14:07:34.635+05:30मेरे प्यार का जानम तुमने वाह, क्या सिला दिया
जाम-...मेरे प्यार का जानम तुमने वाह, क्या सिला दिया <br />जाम-ए-मोहब्बत दिखा घूंट, जहर का पिला दिया...<br /><br />अरसे बाद कोई कव्वाली पढ़ी है ...वैसे तो आजकल सुनायी भी कम ही देती है ...!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-16007848747368189912009-12-19T13:57:13.195+05:302009-12-19T13:57:13.195+05:30सुरूर ऐसा मिला कि जिसने रोम-रोम हिला दिया !
जाम-ए-...सुरूर ऐसा मिला कि जिसने रोम-रोम हिला दिया !<br />जाम-ए-मोहब्बत दिखा घूंट, जहर का पिला दिया !!<br /><br />सुन्दर अभिव्यक्ति है!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-30452984545590077992009-12-19T13:41:15.611+05:302009-12-19T13:41:15.611+05:30सुनो इश्क वालों ज़रा, तुम प्यार ज़रा संभलकर करना !...सुनो इश्क वालों ज़रा, तुम प्यार ज़रा संभलकर करना !<br />गिलास में परोसा क्या है, उधर भी देख लिया करना !!<br />फिर न कहना, किसी ने हमको अलर्ट नहीं किया !<br />जाम-ए-मोहब्बत दिखा घूंट, जहर का पिला दिया !!<br /><br />बहुत खूब कहा जनाब आप नें ।Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.com