tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post1728371067836341050..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : इस मुल्क की तहज़ीब-ए-वीआईपी - १ पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-80005623880249647362016-02-09T16:44:30.518+05:302016-02-09T16:44:30.518+05:30ये विडम्बना है देश की ... वी आई पी या किसी ख़ास सर्...ये विडम्बना है देश की ... वी आई पी या किसी ख़ास सर्कल में आते ही कुछ लोग मालिक हो जाते हैं .. भगवान् बन जते हैं ... अपने से आगे सोच नहीं पाते हैं ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.com