tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post4049809762010872366..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : प्रकृति और मानव निर्मित त्रासदी की बढ़ती खतरनाक सहभागिता से सबक लेने की जरुरत !पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-21633948779460547432011-03-14T18:38:27.441+05:302011-03-14T18:38:27.441+05:30सार्थक बात कहीसार्थक बात कहीसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-19528093506191562052011-03-14T11:30:22.896+05:302011-03-14T11:30:22.896+05:30कुछ सबक तो अवश्य ही लेने होंगे ...
सार्थक ... विच...कुछ सबक तो अवश्य ही लेने होंगे ...<br /><br />सार्थक ... विचारोत्तेजक आलेख ....Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-76646639177915974642011-03-13T18:58:48.555+05:302011-03-13T18:58:48.555+05:30आम भारतीय तो आज भी भगवान भरोसे ही जी रहा है।
प्रण...आम भारतीय तो आज भी भगवान भरोसे ही जी रहा है।<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-55542441948563069202011-03-13T16:52:24.816+05:302011-03-13T16:52:24.816+05:30बिल्कुल सटीक बात, कुछ भी संदेह नही है.
रामराम.बिल्कुल सटीक बात, कुछ भी संदेह नही है.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-47796601559317887412011-03-13T16:29:05.513+05:302011-03-13T16:29:05.513+05:30आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
प्रस्तुति भी कल...आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी<br /> प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है<br />कल (14-3-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट<br /> देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर<br />अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।<br /><br />http://charchamanch.blogspot.com/vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-1353581872590996392011-03-13T13:29:52.800+05:302011-03-13T13:29:52.800+05:30हिंदुस्तान का तो उप्पर वाला ही मालिक है| धन्यवाद|हिंदुस्तान का तो उप्पर वाला ही मालिक है| धन्यवाद|Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-39418040888192199052011-03-13T11:22:18.109+05:302011-03-13T11:22:18.109+05:30इतनी अधिक तीव्रता का भूकंप यदि हमारे यहाँ आता तो ल...इतनी अधिक तीव्रता का भूकंप यदि हमारे यहाँ आता तो लाखों में क्षति होती।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-4023474705220735482011-03-13T11:18:33.044+05:302011-03-13T11:18:33.044+05:30सार्थक प्रश्न उकेरती पोस्ट
प्रकृति से तालमेल की क...सार्थक प्रश्न उकेरती पोस्ट <br />प्रकृति से तालमेल की कमी ही इन महाविनाशकारी आपदाओं का कारण हैM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-24610762404419614902011-03-13T10:56:41.429+05:302011-03-13T10:56:41.429+05:30गोदियाल सा:सुनामी शब्द जापानी भाषा का है जिसका अर्...गोदियाल सा:सुनामी शब्द जापानी भाषा का है जिसका अर्थ है=वायु वेग से उठी पानी की लहरें जो वास्तव में हैं ही अतः नाम बिलकुल सही है.<br />आपकी मानवीय संवेदनाएं सराहनीय हैं.हम सब को सचेत होकर प्रकृति से ताल-मेल और इंसानों का आपस में मेल-जोल बैठना चाहिए.vijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-34339842968193523272011-03-13T09:13:01.932+05:302011-03-13T09:13:01.932+05:30बेशक हम परमाणु रुपी बारूद के ढेर पर बैठे हैं ।
इन्...बेशक हम परमाणु रुपी बारूद के ढेर पर बैठे हैं ।<br />इन्सान ने अपने विध्वंश का सामान खुद ही जुटा रखा है ।<br />शायद एक दिन महाप्रलय इसी तरह से आयेगी ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-70509221573719827412011-03-13T08:26:43.172+05:302011-03-13T08:26:43.172+05:30बहुत सार्थक और संवेदनशील विषय पर बात की है आपने......बहुत सार्थक और संवेदनशील विषय पर बात की है आपने..... हमारे यहाँ शायद ही कोई चेते ...... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-41446138401648151612011-03-13T07:16:41.953+05:302011-03-13T07:16:41.953+05:30एकदम सार्थक बात कही....कुछ सबक ले लें तो ही बेहतर!...एकदम सार्थक बात कही....कुछ सबक ले लें तो ही बेहतर!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-28455133292385264132011-03-13T04:33:34.181+05:302011-03-13T04:33:34.181+05:30एक दम सहमत कि हमारे यहां तो ऊपर वाला ही मालिक हैएक दम सहमत कि हमारे यहां तो ऊपर वाला ही मालिक हैKajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-83491559263798920832011-03-13T01:26:04.366+05:302011-03-13T01:26:04.366+05:30गोदियाल साहब आप ने अपने इस लेख मे बहुत सुंदर बाते ...गोदियाल साहब आप ने अपने इस लेख मे बहुत सुंदर बाते लिखी मे एक एक बात से सहमत हुं, अब पुरे युरोप ओर कनाडा अमेरिका मे परमाणु प्लांट धीरे धीरे बंद हो रहे हे, हमारे जर्मन मे कई परमाणु प्लांट बंद हो चुके हे, बाकी लोग सरकार के पीछे पडे हे बंद करने के लिये, बिजली हम हवा से, पानी से ओर भी बहुत से तरीके हे प्राप्त कर सकते हे, लेकिन हमारी सरकार ने अमेरिका से परमाणु प्लांट का समझोता कर के उन का कुडा करकट इकट्ठा कर के जनता के लिये क्या अच्छा किया हे?यह बात कई बार दिमाग मे उठती हे, लेकिन आज आप का यह सुंदर विश्लेषण देख कर अपने को रोक नही पाया.... अगर कभी हमारे यहां ऎसा हो जाये तो क्या सरकार जनता का हित कर पायेगी? या भोपाल कांड जेसे लोगो को मरने तडपने के लिये छोड देगी, इस से दुर भागने के लिये क्या हमारी सरकार सडके, बसे, ओर रेल गाडिया मोजूद करा सकेगी?...राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-18778832637752559092011-03-12T23:37:39.230+05:302011-03-12T23:37:39.230+05:30जबरदस्त विश्लेषण किया है गोदियाल साहब, लेकिन सोचने...जबरदस्त विश्लेषण किया है गोदियाल साहब, लेकिन सोचने की फ़ुर्सत किसे है...संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-84731438267343037802011-03-12T23:00:32.724+05:302011-03-12T23:00:32.724+05:30sahi kaha aapne ham is tarah prakrati se khibad ka...sahi kaha aapne ham is tarah prakrati se khibad karte rahi to upar vala bhi mana kar degaSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.com