tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post4266624455461221125..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : ये अहसान फरामोश भिखमंगे !पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-79287496562086381452010-08-10T11:10:32.502+05:302010-08-10T11:10:32.502+05:30very nice article...
Meri Nai Kavita padne ke liye...very nice article...<br />Meri Nai Kavita padne ke liye jaroor aaye..<br />aapke comments ke intzaar mein...<br /><br />A Silent Silence : <a href="http://asilentsilence.blogspot.com/2010/08/khaamosh-si-ik-pyaas-hu.html" rel="nofollow" title="A Silent Silence - Where Silence Says Something Beyond The Words">Khaamosh si ik Pyaas</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-51408425146506931752010-08-08T14:17:25.919+05:302010-08-08T14:17:25.919+05:30हकीकत से रूबरू कराता आलेख....अक्षरश: सहमति!हकीकत से रूबरू कराता आलेख....अक्षरश: सहमति!Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-41001820813973495682010-08-08T08:30:43.890+05:302010-08-08T08:30:43.890+05:30.
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आदरणीय गोदियाल जी,
बाप रे !!!
बहुत ज्यादा ....<br />.<br />.<br />आदरणीय गोदियाल जी,<br /><br />बाप रे !!! <br />बहुत ज्यादा गुस्से में हैं आज देव,<br />चीयर अप प्लीज ... ;)<br /><br />आभार!<br /><br /><br />...प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-11034190096503059662010-08-08T07:26:56.997+05:302010-08-08T07:26:56.997+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति।बहुत अच्छी प्रस्तुति।हास्यफुहारhttps://www.blogger.com/profile/14559166253764445534noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-8420494927094187662010-08-08T01:28:04.019+05:302010-08-08T01:28:04.019+05:30वो भाईबंद जिनमे से अधिकाँश जैचंद के डीएनए से गर्सि...वो भाईबंद जिनमे से अधिकाँश जैचंद के डीएनए से गर्सित, स्वार्थ और लालच के मारे और कुछ मजबूरी बस हमारी पीठ पर छुरा घोंपकर हमसे अलग हो गए !<br /><br />सही कहा है। एकदम दुरुस्त लेख .....<br /><br />जिन लोगो से रिश्ते अच्छे न हो उस घर में बेटी नहीं दी जाती। पर ये कई हिंदुस्तानी लोगो के समझ में नहीं आती। अच्छी तरह से जानते हैं कि पाकिस्तान से आए लोग बम विस्फोट औऱ बांग्लादेश से गरीब बनकर आए लोग आए दिन चौरी चमारी नकली नोटो का कारोबार करते हैं. फिर भी उन लोगो को धर्म भाई करकर छुपाया जाता है। और अपने ही दोस्तों औऱ बेटों की बलि देकर इन लोगो को काफी खुशी होती है।Rohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-33538349208355786682010-08-08T00:10:57.508+05:302010-08-08T00:10:57.508+05:30सबसे ज़्यादा ज़रूरत है मानवता के धर्म की ..बस उसी ...सबसे ज़्यादा ज़रूरत है मानवता के धर्म की ..बस उसी की कमी है बाकी सब धर्मों मे ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-65774897635891430352010-08-07T23:01:56.843+05:302010-08-07T23:01:56.843+05:30गोदियाल जी,
मरना हर जगह आम आदमी ने ही है, चाहे यहा...गोदियाल जी,<br />मरना हर जगह आम आदमी ने ही है, चाहे यहां हो या वहां। और यही तबका थोड़े से शरारती लोगों की बातों में आकर बहकता रहा है, सो कम दोष इनका भी नहीं है।<br />एक दुर्घटना के शिकार यात्री के ताबूत पर काफ़िर लिखने से शायद जन्नत में सीट पक्की हो जाये उनकी, और कारगिल में मरे अपने लोगों की लाशें लेने से इंकार किया था पाकिस्तानी हुक्मरानों ने। पता नहीं क्या क्राईटेरिया हैं।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-81404335080534092122010-08-07T22:05:04.146+05:302010-08-07T22:05:04.146+05:30बढ़िया आलेख !बढ़िया आलेख !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-32792746575786474752010-08-07T21:40:59.470+05:302010-08-07T21:40:59.470+05:30ये भारत के ध्वज को उलटा टांग सकते है, क्योंकि हरा ...ये भारत के ध्वज को उलटा टांग सकते है, क्योंकि हरा इस्लाम का द्योतक है, इसलिए उसे ऊपर रखना चाहते है ! ! ha-ha-ha ....!<br />--<br />यह जान-बूझकर की गई गलती है!<br />---<br />लेकिन हम मानवीय दृष्टिकोण अपनाते ही रहेंगे!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-90246750286556070772010-08-07T21:02:49.820+05:302010-08-07T21:02:49.820+05:30अहसान फ़रामोश आम जनता तो नही है, यह काम तो नेता करत...अहसान फ़रामोश आम जनता तो नही है, यह काम तो नेता करते है, फ़िर हम जनता को क्यो दोष दे... हमे इन का दुख अपना दुख समझना चाहिये, यह मदद लेना भी चाहे तो पाकिस्तान के नेता वो मदद इन तक नही पहुचने देते, वहां राज नेतिक हाल बहुत खराब है लोग गुलामो सा जीवन जी रहे है...... यह बाते मेरे पाकिस्तानी दोस्त ने बताई है, लेकिन क्या करे कहां जाये यह लोग???? भुगत रहे है..... बाकी मै डॉ टी एस दराल जी की बात से सहमत हुं. धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-74660844592741228722010-08-07T20:34:03.468+05:302010-08-07T20:34:03.468+05:30प्राकर्तिक आपदा कहीं भी आए , मरता तो आम इन्सान ही ...प्राकर्तिक आपदा कहीं भी आए , मरता तो आम इन्सान ही है । अभी लेह में मरने वाले भी सभी बेचारे गाँव के लोग ही थे । शुक्र है कि सभी सैलानी सुरक्षित हैं । कुछ मुट्ठी भर लोग अपने स्वार्थ के लिए सब को गुमराह करते हैं । आम जनता को इतना तो समझना ही होगा ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-55305886250030624632010-08-07T20:30:06.817+05:302010-08-07T20:30:06.817+05:30बहुत ही सार्थक,सच्चा और ज़बरदस्त लेख.........आपकी ब...बहुत ही सार्थक,सच्चा और ज़बरदस्त लेख.........आपकी बेबाकी वाकई काबिल-ऐ-तारीफ़ है <br /><br />अभी कुछ समय पहले एक खबर आई थी की अमेरिका ने अब तक हुए अनुभवों के आधार भविष्य को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की गई है जिसमें बताया गया है की सन् 2012 तक पाकिस्तान पर पूरी तरह से जेहादियों,कट्टरपंथियों और आंतकवादियों का कब्ज़ा हो जाएगा और वो भारत और अमेरिका पर एक बहुत बड़ा हमला करेंगे जिसके परिणाम स्वरूप भारत और अमेरिका मिलकर पाकिस्तान को तहस-नहस कर्रेंगे और इसमें परमाणु हथियारों का भी इस्तेमाल होगा <br /><br />इस रिपोर्ट में और भी कई predictions हैं भविष्य के बारे मेंMahakhttps://www.blogger.com/profile/11844015265293418272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-75488112626851403552010-08-07T20:06:11.138+05:302010-08-07T20:06:11.138+05:30सार्थक लेख ....कब आँख खुलेगी ?सार्थक लेख ....कब आँख खुलेगी ?संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-6202600155653614492010-08-07T20:02:11.432+05:302010-08-07T20:02:11.432+05:30वास्तविकता से दो चार कराती प्रस्तूतिवास्तविकता से दो चार कराती प्रस्तूतिसुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-16460651385016384252010-08-07T19:26:35.798+05:302010-08-07T19:26:35.798+05:30क़ौमपरस्ती का जो अंजाम होता है उसे पाकिस्तान भी भुग...क़ौमपरस्ती का जो अंजाम होता है उसे पाकिस्तान भी भुगत रहा है और बांग्लादेश भी। नेपाल भी सुलग रहा है और भारत में भी भूखे लोग हथियार उठाये घूम रहे हैं। लोग अपने मालिक को भुलाकर नेकी को छोड़कर शराबें पीकर नंगे नाच देख रहे हैं नंगापन फैलाने वालों को अपना आदर्श मान रहे हैं। इलाके और भाषा की बुनियाद पर नफ़रतें फैला रहे हैं। दीन-धर्म का काम है लोगों में प्यार फैलाना लेकिन हिंदू-मुस्लिम क़ौमपरस्तों ने धर्म के नाम पर भी राजनीति की है । समस्याएं हर तरफ़ हैं , भारत के हालात फिर भी ग़नीमत हैं लेकिन यहां भी ग़ल्ला सड़ा दिया जाता है और लोग भूख से मर रहे हैं। माल के पुजारियों ने बेड़ा ग़र्क़ करके रख दिया है। हर सीट पर बैठा हुआ आदमी उसे खा रहा है, भारत का हाल हम देख रहे हैं और आस-पास के देशों के बारे में आपकी नॉलिज ज़्यादा है। निकासी की राह सोची जाए तो बेहतर है। आपके जज़्बात की बहरहाल क़द्र हम पहले भी करते थे और आज भी करते हैं।DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.com