tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post4904981149993445069..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : मुस्लिम भाइयों से एक सवाल !पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-59088753690586039102011-03-18T12:41:42.061+05:302011-03-18T12:41:42.061+05:30godiyal ji mere hisabh se agar aysi ghatna pakista...godiyal ji mere hisabh se agar aysi ghatna pakistan me huee hoti jaisee godhara me huee hai to mai yakeen se kehe sakta hu ki na keval pakistani musalman balki hindustan me rehnye wala muslman bhi apnye samnye anye wale har hindu ka gala raite deta kyoki kuran me yanhi likha hai ki jo islam ko na manye wo kafir hai use ese dunia me rehenye ka koi adhikar nahi hai use kate dalo. ROHit vermasahilhttps://www.blogger.com/profile/04611181249966289547noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-63410494693898795882011-02-26T14:23:30.465+05:302011-02-26T14:23:30.465+05:30घालमेल की संस्कृति ने कबाड़ा कर दिया.. किसी और देश ...घालमेल की संस्कृति ने कबाड़ा कर दिया.. किसी और देश में ऐसा सोचा भी जा सकता है...<br />घर को ही आग लग गई घर के चिराग से...<br />यहां सब के हाथ में मशाले हैं... अपना घर फूंक रहे हैं और हाथ सेंक रहे हैं... दर्द देखना है तो इस साइट पर दंगों के फोटो देखिये. बंटवारे के समय के... शाहनवाज जी की टिप्पणी हमेशा की तरह ही है... बिना पढ़े भी समझी जा सकती है.. जब तक व्यक्ति एम्पैथी को नहीं अपनायेंगे तब तक कुछ ठीक नहीं होगा..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-3782183975180742772011-02-26T13:22:07.165+05:302011-02-26T13:22:07.165+05:30सजा राजनीतिज्ञों को मिलनी चाहिएसजा राजनीतिज्ञों को मिलनी चाहिएसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-60125995731890613722011-02-26T13:21:17.950+05:302011-02-26T13:21:17.950+05:30बडा विषय चुना है गोदियाल जी आपनेबडा विषय चुना है गोदियाल जी आपनेसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-77301474116123053562011-02-26T11:35:45.099+05:302011-02-26T11:35:45.099+05:30सजा राजनीतिज्ञों को मिलनी चाहिए जो बार-बार ये आग भ...सजा राजनीतिज्ञों को मिलनी चाहिए जो बार-बार ये आग भड़काते हैं वह भी महज वोट बैंक के लिए । <br />इसीलिए अब सजा राजनीतिज्ञों को मिलनी चाहिए आम जनता को नहीं । एक दूसरे को लपटों में झोंक कर हमें कुछ नहीं मिलेगा। असली अपराधी सदियों से हमें परस्पर भिड़ा कर अपना उल्लू सीधा करते आ रहे हैं। <br />अब हमें पत्थर फेंकने वालों के बदले पत्थर फिंकवाने वालों पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-54858139559739912162011-02-26T09:55:31.031+05:302011-02-26T09:55:31.031+05:30शाहनवाज जी , सर्वप्रथम आपका शुक्रिया कि आपने अपने ...शाहनवाज जी , सर्वप्रथम आपका शुक्रिया कि आपने अपने बहुमूल्य बिचार यहाँ रखे, लेकिन अफ़सोस कि असली सवाल को टालते हुए आप भी गोल-माल जबाब दे गए ! यह तो हम भी कह रहे है कि हर तरह की हिंसा गलत और हिंसा के दोषियों को सजा मिलनी ही चाहिए, चाहे वह गुजरात हो या फिर गोधरा ! <br />मगर, क्या गुजरात से पहले कोई दंगे नहीं हुए ? मुस्लिमों ने कभी उन दंगो पर क्यों नहीं इतनी हाय-तोबा मचाई जितनी गुजरात पर ? <br /><br />मुस्लिम कहते है कि चुकी गुजरात दंगे हिंदूवादी सरकार की सह पर हुए थे इसलिए हम उस हिंदूवादी सरकार से घृणा करते है ! तो भाई साहब मेरा एक सवाल उनसे भी है कि क्या १९८४ के सिख विरोधी दंगे नहीं हुए थे ? <br /><br />क्या उसमे गुजरात से ज्यादा लोग नहीं मारे गए थे ? <br /><br />क्या वह कॉग्रेस सरकार द्वारा प्रायोजित दंगे नहीं थे ? <br /><br />तो फिर भाईलोगो आपका कॉग्रेस प्रेम क्या है, किस आधार पर आप थोक में कॉग्रेस को वोट देते हो ? <br /><br />यह मत सोचियेगा कि मैं बीजेपी के पक्ष में यह सब बोल रहा हूँ, दोषी दोनों ही है, मेरी मंतव्य यह है कि क्या यह आप लोगो (मुसलमानों ) का दोगलापन नहीं है ? <br /><br /><b>यह आप भी समझते है और हरेक समझदार इन्सान को समझना चाहिए कि अगर बीज ही नहीं बोये जाते तो फसल कहाँ से उगती ?</b> <br /><br />खैर मेरा मूल प्रश्न अभी भी अनुतरित है ;सवाल यह है, खुदा न करे लेकिन मान लीजिये कि पाकिस्तान में एक ट्रेन जा रही है, और वहां जो बचे-खुचे हिन्दू है, उनकी एक भीड़ उस ट्रेन को आग लगा दे और ६० पाकिस्तानी मुसलमान उस आग की भेंट चढ़ जाए, उसके बाद आप लोगो की क्या प्रतिक्रिया होगी ?पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-47184616520647735322011-02-26T09:46:50.110+05:302011-02-26T09:46:50.110+05:30This comment has been removed by the author.पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-3582206829374351352011-02-26T09:36:03.321+05:302011-02-26T09:36:03.321+05:30सही कहा गिरी साहब , ये लोग दुसरे की न्याय व्यवस्था...सही कहा गिरी साहब , ये लोग दुसरे की न्याय व्यवस्था का मजाक उड़ाते है अपनी सुविधा के हिसाब से और इनकी खुद की न्याय व्यवस्था देखिये; ताजा समाचार की दो लेने यहाँ लगा रहा हूँ :<br /><br /> "रावलपिंडी: लाहौर हाई कोर्ट ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के अकेले बचे हमलावर अजमल कसाब को पाकिस्तान की दंड प्रक्रिया संहिता के तहत एक घोषित अपराधी घोषित करने से इनकार कर दिया है! "पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-69154301884527142692011-02-26T09:25:50.235+05:302011-02-26T09:25:50.235+05:30गोदियाल जी,
वैसे तो आपने यह सवाल पाकिस्तानी मुस्ल...गोदियाल जी,<br /><br />वैसे तो आपने यह सवाल पाकिस्तानी मुस्लिम भाइयों से पूछा है... चलिए फिर भी में ही कुछ जवाब देने की कोशिश करता हूँ...<br /><br />बात जहाँ तक गोधरा कांड की है, तो चाहे गोधरा हो या गुजरात, या फिर भारत या फिर विश्व में कहीं की भी घटना... किसी भी हत्या की वारदात का बदला हत्यारों से लेना ही सही इन्साफ है... इसमें कोई दो राय हो नहीं सकती है... और किसी भी मुसलमान ने कभी भी इसका विरोध किया ही नहीं है. और अगर कोई करता है तो उसे इस्लामिक उसूल पता ही नहीं है, वह खामखा ही अपने आप को मुस्लिम समझता है. इन्साफ इस्लाम की रूह की तरह है... <br /><br />लेकिन इन्साफ का मतलब ऐसा इन्साफ नहीं जो की मुझे या आपको पसंद हो... आप चाहते हो की जिन पर आरोप लगे हैं उनको सजा मिले मैं चाहता हूँ जिन पर आरोप लगे हैं वह बेक़सूर निकले... यह दोनों चीज़ें सिर्फ चाहत हैं और कुछ भी नहीं... इन्साफ का मतलब है जिसने गुनाह किया उन्हें सजा मिले, चाहे आपको बुरा लगे या मुझे बुरा लगे... बेशक मेरा अपना या आपका कोई गुनाहगार निकलता है तो बुरा लगता ही है... और लगना भी चाहिए... <br /><br />अदालत अपना काम कर रही है, यह ज़रूरी नहीं की हर अदालत में इन्साफ ही होता हो, क्योंकि अदालते इन्साफ के लिए सबूतों पर चलती हैं और यह ज़रूरी नहीं हुआ करता की हर बात का सबूत मौजूद हो. इसलिए अगर किसी अदालात ने फैसला दिया है तो उसके ऊपर की अदालत में केस चलाया जाता है... अक्सर निचली अदालतों के गुनाहगार उपरी अदालतों से बरी हो जाते हैं. कई बार उन्हें साजिशन फंसाया जाता है और कई बार दीगर वजहों से पूर्ण इन्साफ नहीं हो पाता है. इसके उल्टा भी होता है. जो बच गए थे, उन्हें उपरी अदालत सजा देती है... फिर भी जो बच जाता है उसके लिए ईश्वर की अदालत भी होती है, जहाँ सजा अवश्य ही मिलती है...<br /><br />अक्सर जब भी गुजरात दंगो में इन्साफ की बात की जाती है तो सवाल होता है की गोधरा दंगो में इन्साफ की बात क्यों नहीं की जाती... यहाँ भी कुछ इसी तरह का सवाल उठ सकता है... लेकिन अपने-अपने इन्साफ के लिए हम लोग कब तक आवाज़ बुलंद करते रहेंगे? क्यों नहीं पुरे इन्साफ के लिए एक इंसान के नाते हम आवाज़ बुलंद करते हैं? कुछ लोग कहते हैं गुजरात, गोधरा के कारण हुआ... आप क्या सोचते हैं? क्या किसी एक की गलती का बदला बदला किसी दुसरे को सजा देकर चुकाया जा सकता है....<br /><br />आप गोधरा के लिए लड़ रहे हैं और मुसलमान गुजरात के लिए.... आखिर यह लड़ाई इन्साफ के लिए क्यों नहीं लड़ी जाती? गोधरा में तो आज साबित हुआ है, जबकि गुजरात में सबके सामने हुआ था! फिर यह पोस्ट आज ही क्यों?Shah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-53809520524722249852011-02-26T08:46:31.725+05:302011-02-26T08:46:31.725+05:30गोदियाल साहेब इसका जबाब किसी भी मुस्लिम ब्लोगेर के...गोदियाल साहेब इसका जबाब किसी भी मुस्लिम ब्लोगेर के पास नहीं हैं. क्योंकि उन्हें ये बात अच्छी तरह से पता हैं कि गोधरा कांड कि शुरवात ही गुजरात के मुसलमानों ने कि थी.<br /><br />अगर गुजरात के मुसलमानों ने ट्रेन को नहीं लगाई होती तो आज लोग कहानियां नहीं बनाते. रही बात पाकिस्तान कि तो शायद ईस तरह कि घटना के बाद पाकिस्तान में हिन्दू नाम का कोई जीव होता ही नहीं.Taarkeshwar Girihttps://www.blogger.com/profile/06692811488153405861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-77520573431503937202011-02-26T06:46:56.167+05:302011-02-26T06:46:56.167+05:30आपसे भी सहमत और विचारशून्य बन्धु से भी सहमत।आपसे भी सहमत और विचारशून्य बन्धु से भी सहमत।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-56495090170903263062011-02-25T23:58:08.682+05:302011-02-25T23:58:08.682+05:30तश्वीर किधर है?तश्वीर किधर है?ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-46779187485319616222011-02-25T23:38:36.703+05:302011-02-25T23:38:36.703+05:30एक सवाल तुम करो एक सवाल वो करें
सवाल ही सवाल का जव...एक सवाल तुम करो एक सवाल वो करें<br />सवाल ही सवाल का जवाब हो<br />सोच लो किंतु इस सवाल-जवाब मे<br />मानवता कहीं न फिर कबाब होदेवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-22253711480477827722011-02-25T22:32:36.862+05:302011-02-25T22:32:36.862+05:30इस सवाल का जवाब हर उस हिन्दू से भी पूछा जाना चाहिए...इस सवाल का जवाब हर उस हिन्दू से भी पूछा जाना चाहिए जो खुद को सेकुलर मानता है और बात बात पर देश का अमन और चैन बिगाड़ने के लिए भगवा आतंकवाद को कोसता है.VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-34002450291512513502011-02-25T22:04:34.073+05:302011-02-25T22:04:34.073+05:30ज्वलंत विषय चुना, इस प्रश्न का उत्तर अगर मिल जाये ...ज्वलंत विषय चुना, इस प्रश्न का उत्तर अगर मिल जाये तो अच्छा ही है |Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-62871095107510075262011-02-25T21:55:41.312+05:302011-02-25T21:55:41.312+05:30बडा ज्वलंत विषय चुना है गोदियाल जी आपने :)बडा ज्वलंत विषय चुना है गोदियाल जी आपने :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-65916889619662177252011-02-25T21:50:30.404+05:302011-02-25T21:50:30.404+05:30गोदियाल जी, हमे भी इंतजार हे जबाब का!!गोदियाल जी, हमे भी इंतजार हे जबाब का!!राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-21880249987278710112011-02-25T19:20:50.899+05:302011-02-25T19:20:50.899+05:30हमारा भारत विवधता में एकता वाला देश है और पाकिस्ता...हमारा भारत विवधता में एकता वाला देश है और पाकिस्तान साम्राज्यवाद की दत्तक संतान है.साम्राज्यवादी तो तिजारती धन-लोलुप होते हैं उनसे मानवीयता की उम्मीद ही नहीं है.<br />भारत का मानचित्र और शिव का कल्पित स्वरूप एक ही है. नंदी पर बैठ कर गले में सांप धारण किये हैं.बाघ-चरम पहने हैं.यही हमारी संस्कृति है और हम इसी का पालन करते हैं.vijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-20783716680394535172011-02-25T18:47:16.630+05:302011-02-25T18:47:16.630+05:30गोदियाल जी शायद अपने देखा की खून के लिए खून, गोधरा...गोदियाल जी शायद अपने देखा की खून के लिए खून, गोधरा कांड की सजा अधूरी है असली आरोपी को छोड़ दिया गया है न्याय की लंबित प्रक्रिया के कारन ही बिद्रोही भावना पैदा होती है ,मुस्लिम भाइयो से निबेदन है की जरा सी तो मानवता की तरफ देखे. और दुबारा गोधरा न हो .सूबेदारhttps://www.blogger.com/profile/15985123712684138142noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-22562093328954907622011-02-25T18:43:50.916+05:302011-02-25T18:43:50.916+05:30इस दर्द भरे सवाल का ज़वाब जानने की उत्सुकता रहेगी ...इस दर्द भरे सवाल का ज़वाब जानने की उत्सुकता रहेगी ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-15396745408909057702011-02-25T18:39:05.411+05:302011-02-25T18:39:05.411+05:30आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (26.02.2011) को &qu...आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (26.02.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at http://charchamanch.uchcharan.com/<br />चर्चाकार:Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)Er. सत्यम शिवमhttps://www.blogger.com/profile/07411604332624090694noreply@blogger.com