tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post5797263805398529865..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : बेकाबू अफ़साने !पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-92077884511572712492013-05-05T23:12:31.177+05:302013-05-05T23:12:31.177+05:30वाह..
शुभकामनायें आपको !! वाह..<br />शुभकामनायें आपको !! Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-83295969823065033222013-04-17T16:46:19.154+05:302013-04-17T16:46:19.154+05:30वाह! बहुत सुन्दर रचना | ह्रदय पुलकित हो उठा कविता ...वाह! बहुत सुन्दर रचना | ह्रदय पुलकित हो उठा कविता पढ़कर | आभार <br /><br />कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें | <br /><a href="http://www.tamasha-e-zindagi.blogspot.in" rel="nofollow">Tamasha-E-Zindagi</a><br /><a href="http://www.facebook.com/tamashaezindagi" rel="nofollow">Tamashaezindagi FB Page</a><br />Tamasha-E-Zindagihttps://www.blogger.com/profile/01844600687875877913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-14138625832879834012013-04-16T17:59:13.375+05:302013-04-16T17:59:13.375+05:30खूबसूरत लम्हें कभी न कभी दिल पर दस्तक देने पहुँच ह...खूबसूरत लम्हें कभी न कभी दिल पर दस्तक देने पहुँच ही जाते हैं ...<br />बहुत बढ़िया कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-70896721754318775432013-04-16T14:42:07.581+05:302013-04-16T14:42:07.581+05:30गुजरी सदी के
उन अफसानो से कह दो
कि वक्त-वेवक्त ...गुजरी सदी के <br />उन अफसानो से कह दो <br />कि वक्त-वेवक्त आकर, <br />इसतरह अब और न <br />मेरे दिल के किवाडों पे <br />दबिश दिया करें।। ..<br /><br />उफ़ ... गज़ब का एहसास लिए ... दस्तक की गुदगुदी महसूस करती हुई रचना ... आज तो मज़ा ही आ गया ... कुछ नए रंग नज़र आ रहे हैं मिजाज में ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-37670641979407083812013-04-16T11:58:18.725+05:302013-04-16T11:58:18.725+05:30खुबसूरत लम्हे संजोये
'मैया का चोला'[लखबीर...खुबसूरत लम्हे संजोये <br /><a href="http://guzarish66.blogspot.in/2013/04/blog-post_16.html" rel="nofollow">'मैया का चोला'[लखबीर सिंह लख्खा]</a>Guzarishhttps://www.blogger.com/profile/11205127840621066197noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-90545597333717439592013-04-16T06:23:31.984+05:302013-04-16T06:23:31.984+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
आपको सूचित करते हुए हर्ष हो...बहुत सुन्दर प्रस्तुति!<br />आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-<br />आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज मंगलवार (16-04-2013) के <a href="http://charchamanch.blogspot.in/2013/04/1216.html" rel="nofollow"> मंगलवारीय चर्चा ---(1216) ये धरोहर प्यार की बेदाम है (मयंक का कोना)</a> पर भी होगी!<br />नवरात्रों की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ!<br />सूचनार्थ...सादर!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-79856720640903770702013-04-15T20:51:18.753+05:302013-04-15T20:51:18.753+05:30बहुत ही उम्दा, शुभकामनाएं.
रामराम.बहुत ही उम्दा, शुभकामनाएं.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-9774644769433519392013-04-15T20:02:17.387+05:302013-04-15T20:02:17.387+05:30खूबसूरत एहसास सँजोये स्मृतियाँ । खूबसूरत एहसास सँजोये स्मृतियाँ । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-84793565654364734492013-04-15T19:49:30.617+05:302013-04-15T19:49:30.617+05:30कुछ मधुर सा उकेर तो जाते हैं पर वापस भरने में समय ...कुछ मधुर सा उकेर तो जाते हैं पर वापस भरने में समय लगता है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-53977716456460752612013-04-15T19:27:09.093+05:302013-04-15T19:27:09.093+05:30गुजरे जमाने के अफसाने छेड़ते हैं, हालात के हवाले हम...गुजरे जमाने के अफसाने छेड़ते हैं, हालात के हवाले हम उन्हें लतेड़ते हैं।Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.com