tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post6244983760292722984..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : आह्वान- उठ, जाग मुसाफिर जाग !पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-40456849493910308972009-11-27T13:00:58.517+05:302009-11-27T13:00:58.517+05:30अगर दुश्मन न माने प्यार से, पलटकर तू वार कर !
बिलक...अगर दुश्मन न माने प्यार से, पलटकर तू वार कर !<br />बिलकुल सही यही है गीता का सार ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-80824914368521031202009-11-27T11:36:20.743+05:302009-11-27T11:36:20.743+05:30बहुत ही सुन्दर, सठिक, मार्मिक और भावपूर्ण रचना लि...बहुत ही सुन्दर, सठिक, मार्मिक और भावपूर्ण रचना लिखा है आपने! हर एक पंक्तियाँ दिल को छू गई ! इस उम्दा रचना के लिए बधाई!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-57975387332211679062009-11-27T08:45:25.778+05:302009-11-27T08:45:25.778+05:30सटीक!! जय हो!! जय हिन्द!!सटीक!! जय हो!! जय हिन्द!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-46501477016759083042009-11-27T04:49:36.482+05:302009-11-27T04:49:36.482+05:30यूं हम सदा से शान्ति के, पथ पर ही चलते आये है,
किन...यूं हम सदा से शान्ति के, पथ पर ही चलते आये है,<br />किन्तु ऐवज मे हमने हमेशा, जख्म ही तो पाये है,<br /><br />SACH LIKHA HAI GOUDIYAAL JI ... AAJ JAROORAT HAI TALWAAR UTHAANE KI....PALAT KAR VAAR KARNE KI ... BAHUT UTTAM RACHNA HAI ..दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-70725487764109436902009-11-26T22:38:46.908+05:302009-11-26T22:38:46.908+05:30अजी कसाव की मां कहा गई.... मै तो पढने आया था?अजी कसाव की मां कहा गई.... मै तो पढने आया था?राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-24628448576192585022009-11-26T22:36:31.102+05:302009-11-26T22:36:31.102+05:30लोग कायर समझ बैठे , ऐंसा न कोई व्यवहार कर,
गर दुश्...लोग कायर समझ बैठे , ऐंसा न कोई व्यवहार कर,<br />गर दुश्मन न माने विनम्रता से, पलटकर वार कर !<br />बहुत सुंदर कविता धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-80911025133281524332009-11-26T22:13:37.629+05:302009-11-26T22:13:37.629+05:30छिपकर सदा की तरह, वैरी का तुझपर वार होगा,
खुद ही ल...छिपकर सदा की तरह, वैरी का तुझपर वार होगा,<br />खुद ही लड्ना है तुझे, कोई न तेरा मददगार होगा ,<br />जो समझे न बात को शिष्टता से, उससे तकरार कर,<br />गर दुश्मन न माने विनम्रता से, पलटकर वार कर !<br /><br /> आत्मविश्वास बढ़ाती और सार्थक संदेश देती हुई रचना ..हर लाइन लाज़वाब हौसला बढ़ जाता है ऐसी कविताओं के पान से..<br />धन्यवाद गोदियाल जी रचना बढ़िया लगीविनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-20941109702475445042009-11-26T20:55:57.150+05:302009-11-26T20:55:57.150+05:30पथ अहिंसा का नितान्त, यहाँ एक श्रेष्ठतम मार्ग है,
...पथ अहिंसा का नितान्त, यहाँ एक श्रेष्ठतम मार्ग है,<br />पर दुश्मन न माने प्यार से, पलटकर तू वार कर !<br /><br />पूरी तरह सहमत।<br />आज के परिवेश में यह अत्यन्त आवश्यक है।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-47495523956200793772009-11-26T19:31:51.458+05:302009-11-26T19:31:51.458+05:30सच कह रहे है सरकार ६० वर्षो से सो रही है .. सटीक अ...सच कह रहे है सरकार ६० वर्षो से सो रही है .. सटीक अभिव्यक्ति.....समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-84444298390343760632009-11-26T19:30:58.489+05:302009-11-26T19:30:58.489+05:30मुफलिसों के तलवों जिन्दगी,
घुट-घुट के ही खो जायेग...मुफलिसों के तलवों जिन्दगी, <br />घुट-घुट के ही खो जायेगी ,<br />जाग मुसाफिर जाग, <br />वरना बहुत देर हो जायेगी,<br />फिर फायदा क्या, <br />अगर पछताना पड़े थक-हार कर,<br />अगर दुश्मन न माने प्यार से, <br />पलटकर तू वार कर !<br /><br />दुशमन और प्यार.<br />आप भी क्या बात करते हैं सरकार!<br />करो दुश्मन से दुश्मनी <br />और मित्र से प्यार!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-39094120594797589142009-11-26T18:51:40.867+05:302009-11-26T18:51:40.867+05:30हमें तो आपकी इस ब्लॉग पोस्ट पर तोप तलवार तीर ही ...हमें तो आपकी इस ब्लॉग पोस्ट पर तोप तलवार तीर ही नजर आये, लगा साक्षात युद्ध ही छिड़ गया है बहुत ज्यादा प्रभावशाली थे ये शब्द।<br /><br /><br />सही है शब्द भी तो बम बारूद जैसे ही होते हैं। पर खतरनाक बात तो ये है कि इंसान ही इनका इस्तेमाल कर पाता है। और उसके बाद 2012 नाम की फिल्म तो है ही।Rajeyshahttps://www.blogger.com/profile/01568866646080185697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-21357082019968835462009-11-26T18:34:26.619+05:302009-11-26T18:34:26.619+05:30palat kar tu vaar ka.......bahut achhepalat kar tu vaar ka.......bahut achhekishore ghildiyalhttps://www.blogger.com/profile/16989316288193992897noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-54890789709252093172009-11-26T14:47:58.701+05:302009-11-26T14:47:58.701+05:30सही है- हम कब तक दोस्ती का खेल खेलेंगेसही है- हम कब तक दोस्ती का खेल खेलेंगेअजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-4523788693286598852009-11-26T12:58:26.614+05:302009-11-26T12:58:26.614+05:30सरहदो पर हौंसला असुर का, हो रहा नित सशक्त है,
उठ,ज...सरहदो पर हौंसला असुर का, हो रहा नित सशक्त है,<br />उठ,जाग मुसाफ़िर जाग, अभी भी पास तेरे वक्त है,<br />तू दे जबाब मुहतोड उसको, घाट मृत्यु के उतार कर,<br />अगर दुश्मन न माने विनम्रता से, पलटकर वार कर !<br /><br /><br />जब दुश्मन आकर छाती पर सवार हो जाएगा...तब सोच लेंगें कि कैसे निपटना है...अभी तो बस सोने दीजिए जनाब्!Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-73585941763922229152009-11-26T12:51:10.298+05:302009-11-26T12:51:10.298+05:30बहुत सटीक और मार्मिक अभिव्यक्ति.
रामराम.बहुत सटीक और मार्मिक अभिव्यक्ति.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-54662199868075437572009-11-26T12:02:30.735+05:302009-11-26T12:02:30.735+05:30soye huye ko jagana aasan hota hai magar jage huye...soye huye ko jagana aasan hota hai magar jage huye ko kaise koi jagaye..........aapki koshish lajawaab hai.<br /><br />pls read-------http://redrose-vandana.blogspot.comvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-68380077314273143242009-11-26T11:57:29.462+05:302009-11-26T11:57:29.462+05:30Godiyal ji..... RAM....RAM....
छिपकर सदा की तरह...Godiyal ji..... RAM....RAM....<br /><br /><br /><br />छिपकर सदा की तरह, वैरी का तुझपर वार होगा,<br />खुद ही लड्ना है तुझे, कोई न तेरा मददगार होगा ,<br />जो समझे न बात को शिष्टता से, उससे तकरार कर,<br />गर दुश्मन न माने विनम्रता से, पलटकर वार कर !<br /><br />in panktiyon ne dil ko chhoo liya....<br /><br />bahut sunder abhivyakti....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-85325604579207880952009-11-26T11:52:20.114+05:302009-11-26T11:52:20.114+05:30गर दुश्मन न माने विनम्रता से, पलटकर वार कर !
बहुत...गर दुश्मन न माने विनम्रता से, पलटकर वार कर !<br /><br />बहुत ही सुन्दर भाव, एवं सत्यता के निकट हर पंक्ति, आभार के साथ शुभकामनायें ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-58060573090933627232009-11-26T11:47:20.029+05:302009-11-26T11:47:20.029+05:30अगर दुश्मन न माने प्यार से, पलटकर वार कर !
सत्य व...अगर दुश्मन न माने प्यार से, पलटकर वार कर !<br /><br />सत्य वचन...<br /><br /><br />आज हँसते रहो पर गाँधी जी के साथ आपकी फोटो लगाई है... http://hansteraho.blogspot.com/2009/11/blog-post_26.htmlराजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-38123590364319794262009-11-26T11:46:17.487+05:302009-11-26T11:46:17.487+05:30अन्याय की आहट पे गर, तू खुद ही नजरें फेर लेगा,
इसे...अन्याय की आहट पे गर, तू खुद ही नजरें फेर लेगा,<br />इसे शत्रु अशक्तता समझकर, आ तुझे फिर घेर लेगा,<br />लोग कायर समझ बैठे , ऐंसा न कोई व्यवहार कर,<br />गर दुश्मन न माने विनम्रता से, पलटकर वार कर !<br />और आखिरी पहरा बहुत ही अच्छा लगा लाजवाब रचना है बधाईनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-32485937481154167712009-11-26T11:21:02.644+05:302009-11-26T11:21:02.644+05:30जो प्यार दे उसे प्यार करो
प्यार से ना माने उसका सं...जो प्यार दे उसे प्यार करो<br />प्यार से ना माने उसका संहार करो<br /><br />जय हिंदब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-13473595534562501112009-11-26T11:01:44.262+05:302009-11-26T11:01:44.262+05:30"पर दुश्मन न माने प्यार से, पलटकर तू वार कर!&...<b>"पर दुश्मन न माने प्यार से, पलटकर तू वार कर!"</b><br /><br />यही श्री कृष्ण ने अर्जुन से भी कहा था!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.com