tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post6518796956316603306..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : लघु व्यंग्य- किसी गिरे हुए प्रधानमंत्री को उठाना !पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-38873686660650197442012-10-20T19:08:29.113+05:302012-10-20T19:08:29.113+05:30घास में ऊँची हील, गिरने का यही कारण है।घास में ऊँची हील, गिरने का यही कारण है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-67547474449661024242012-10-20T15:52:48.428+05:302012-10-20T15:52:48.428+05:30गोदियाल जी बढ़िया व्यंग लिखा है गोदियाल जी बढ़िया व्यंग लिखा है लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-60395030801817424272012-10-20T10:27:19.596+05:302012-10-20T10:27:19.596+05:30लेकिन जो जानबुझकर गिर गया हो या गिरना चाहता है उसे...लेकिन जो जानबुझकर गिर गया हो या गिरना चाहता है उसे गिरने देना ही बेहतर होगा.......व्यंग चौतरफा मार करंता प्रतीत होता है....<br />बेहतरीन प्रस्तुति.......<br />पी.एस .भाकुनीhttps://www.blogger.com/profile/10948751292722131939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-31820380877089841472012-10-20T08:56:22.583+05:302012-10-20T08:56:22.583+05:30@Virendra Kumar Sharma ji;
आभार आपका सर इस टंकण स...@Virendra Kumar Sharma ji;<br /><br />आभार आपका सर इस टंकण सुधार हेतु ! कोशिश तो मैं भी काफी करता हूँ कि व्याकरण सम्बन्धी गलतियां जितनी कम हो उतना बेहतर किन्तु एक तो गूगल ट्रांसलिट्रेशन पर निर्भरता और ऊपर से समयाभाव.............. खैर, आपका पुनश्च: आभार ! पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-42300608740868072992012-10-20T07:08:45.552+05:302012-10-20T07:08:45.552+05:30पब्लिक की गाढी।।।।।।।।।(गाढ़ी )........ कमाई के पै...पब्लिक की गाढी।।।।।।।।।(गाढ़ी )........ कमाई के पैसों के बल पर हरवक्त अपने साथ दायें-बाएं, आगे-पीछे मौजूद रहने वाले काली वर्दी धारियों को भी तब ही इनके गिरने का अहसास हो पाता है जब धडाम।।।।।।।(धड़ाम ).......... की आवाज उसके कानो।।।।।(कानों )........... में पड़ती है, और तबतक जनाब धूल/ दूब चाट चुके होते है !(हैं ).........हैं .<br /><br /> ये ऐसी अनेकों मानसिक प्रताड़नाये।।।।।।(प्रताड़नाएँ )......... है।।।।।।हैं ....... जिन्हें वे "पूअर" सुरक्षाकर्मी झेलते है(हैं ),....... और जिसे समझ पाना हर देशवासी के बस की बात नहीं <br />आर्मी के आफिसर मेस में लगी थी तो तभी उसने बचाओ..बचाओ की आवाज सुनी ! दौड़कर गया तो देखा कि नशे में धुत कोई शख्स हाथो।।।।।।।(हाथों )......... से कुंए की मेंड़ को पकडे गहरे कुंएं में लटक रहा है, उसने झट से उसे बाजुओं से पकड़कर ऊपर उठाया तो उसे खम्बे की रोशनी में उस शख्स के कन्धों पर चमकते तीन स्टार नजर आये..... अरे यह तो वही कप्तान साहब है(हैं )...........<br />. वह बडबडाया (बड़बड़ाया ) और उसने तुरंत उन कप्तान साहब के बाजुओं को छोड़ा और झट से एक जोरदार सैल्यूट मारा, लेकिन उसका मारा हुआ वह शानदार सैल्यूट देखता कौन ? इतनी देर में बेचारे कप्तान साहब तो कुंए में समा गए थे ! <br /><br />आई आस्ट्रेलिया की प्रधान-मंत्री, महामहिम (सुश्री ) जूलिया गिल्लार्ड की सुरक्षा में तैनात थे, और प्रेस वालों को संबोधित करने हेतु जाते हुए अचानक वो औंधे मुह (मुंह )वहीं गिर पडी।।।।।।(पड़ी )........ थी, और फिर किसी तरह उन सुरक्षा कर्मियों को उन्हें उठाना पडा ! शुक्र था भगवान्।।।।।।।(भगवान)......... का कि उन्हें कोई चोट नहीं आई !<br /><br />, हे रब ! ओ गौड़ ...(गॉड )...आइन्दा इस देश में इसतरह कोई और महामहिम, कोई प्रधानमंत्री न गिरे ! <br /><br />बिलकुल अभिनव अंदाज़ लिए है आपकी पोस्ट विषय भी अछूता .<br /><br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-70361690566042603172012-10-19T23:00:40.631+05:302012-10-19T23:00:40.631+05:30गिरे हुये जमीर को कैसे उठाया जा सकता है.गिरे हुये जमीर को कैसे उठाया जा सकता है.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-50641833624139964232012-10-19T22:13:16.476+05:302012-10-19T22:13:16.476+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति !!बहुत अच्छी प्रस्तुति !!पूरण खण्डेलवालhttps://www.blogger.com/profile/04860147209904796304noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-18516803622927885442012-10-19T20:43:45.695+05:302012-10-19T20:43:45.695+05:30सही फ़रमाया आपने सुन्दर प्रस्तुती
बधाई स्वीकारें।
...सही फ़रमाया आपने सुन्दर प्रस्तुती <br />बधाई स्वीकारें।<br />मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत हैं http://rohitasghorela.blogspot.com/2012/10/blog-post_17.htmlRohitas Ghorelahttps://www.blogger.com/profile/02550123629120698541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-1923680896889651032012-10-19T19:53:29.513+05:302012-10-19T19:53:29.513+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति!
इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनि...बहुत अच्छी प्रस्तुति!<br />इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार (20-10-2012) के <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow">चर्चा मंच</a> पर भी होगी!<br />सूचनार्थ! नमस्ते जी!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com