tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post7272492812009026292..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : आस्था ही सड्क पर न आ जाये, इसका भी ध्यान रखे !पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-5307925433693523032010-08-17T18:27:04.197+05:302010-08-17T18:27:04.197+05:30समय के साथ साथ श्रधा कम होती जा रही है ... भेड़ चा...समय के साथ साथ श्रधा कम होती जा रही है ... भेड़ चाल ज़्यादा हो रही है ... धर्म के नाम पर झगड़े कर के धर्म का नाम बदनाम करने से बचना चाहिए इन कावानियों को ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-16468130991266072142010-08-11T21:08:31.843+05:302010-08-11T21:08:31.843+05:30आस्था प्रदर्शन का काफी कुछ रूप ले चुकी है । मन्दि...आस्था प्रदर्शन का काफी कुछ रूप ले चुकी है । मन्दिर निर्माण व वहाँ जाकर पूजा करना . प्रदर्शन ही है ।<br />आपका लेख लोकोपयोगी है ।अरुणेश मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/14110290381536011014noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-78858433444257731872010-08-11T09:54:36.686+05:302010-08-11T09:54:36.686+05:30सारगार्वित प्रस्तुति....आभारसारगार्वित प्रस्तुति....आभारसमयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-34599893835824906552010-08-10T23:52:12.778+05:302010-08-10T23:52:12.778+05:30आपने बड़े संवेदनशील विषय पर लिखने का साहस किया हैआपने बड़े संवेदनशील विषय पर लिखने का साहस किया हैसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-42769885771053491202010-08-10T21:22:44.221+05:302010-08-10T21:22:44.221+05:30jai ho prabhu...jai ho prabhu...योगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-73558483086742717762010-08-09T22:24:44.673+05:302010-08-09T22:24:44.673+05:30आस्था इसी को तो कहते हैं जहाँ मनुष्य उसके आगे कुछ ...आस्था इसी को तो कहते हैं जहाँ मनुष्य उसके आगे कुछ नही सोचता ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-75025948923820570282010-08-09T21:24:34.410+05:302010-08-09T21:24:34.410+05:30पोस्ट अच्छी है . मेरी पोस्ट भी देखिये और कृतार्थ क...पोस्ट अच्छी है . मेरी पोस्ट भी देखिये और कृतार्थ कीजिये मुझे भी और स्वयं को भी .PARAM ARYAhttps://www.blogger.com/profile/07013544056473438992noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-13079898275443865402010-08-09T18:37:53.994+05:302010-08-09T18:37:53.994+05:30बिल्कुल सही लिखा है आपने ।बिल्कुल सही लिखा है आपने ।Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-25133965747035135732010-08-09T17:17:46.876+05:302010-08-09T17:17:46.876+05:30aapki baat bilkul sahi hai....aasthaa our dhong k...aapki baat bilkul sahi hai....aasthaa our dhong ke beech ki rakh mit rahi hai.....aaj ke aasthaavan log aasthaa shabd ke sahi arth nahi jaanate.arvindhttps://www.blogger.com/profile/15562030349519088493noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-69404960145748171882010-08-09T13:23:46.762+05:302010-08-09T13:23:46.762+05:30बहुत अच्छी जानकारी है। आज कल किस जगह पर अराजक तत्व...बहुत अच्छी जानकारी है। आज कल किस जगह पर अराजक तत्व नहीं हैं। इन्हों ने तो भगवान को भी नही बख्शा। आभार।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-31520086843814353482010-08-09T11:58:28.002+05:302010-08-09T11:58:28.002+05:30कांवड़ लेकर श्रद्धालु जाते हैं तो चोर लुटेरे, अराज...कांवड़ लेकर श्रद्धालु जाते हैं तो चोर लुटेरे, अराजक तत्व भी लूट पाट के इरादे से भेष बदल कर शामिल हो जाते हैंSaleem Khanhttps://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-14940457902481758702010-08-09T09:39:42.491+05:302010-08-09T09:39:42.491+05:30आजकल पैदल चलना बड़ा घातक हो गया है। कई बार मन किया...आजकल पैदल चलना बड़ा घातक हो गया है। कई बार मन किया पर कर नहीं पाया।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-87722651909649068182010-08-09T09:32:53.451+05:302010-08-09T09:32:53.451+05:30aapki baat se sahmat hun..
har baat seema mein rah...aapki baat se sahmat hun..<br />har baat seema mein rahe to acchi lagti hai..<br />aabhaar..स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-63798022190111610072010-08-09T07:07:58.723+05:302010-08-09T07:07:58.723+05:30धर्मनिरपेक्ष सरकार है, इसे सभी धर्म के अनुयायियों ...धर्मनिरपेक्ष सरकार है, इसे सभी धर्म के अनुयायियों से एक सा व्यव्हार करते हुये सभी सुविधा शिविर बंद कर देने चाहियें। जिनके मन में विशुद्ध धार्मिक भावना होगी, वे तो जायेंगे ही। उन्हें पहले भी सुख सुविधा की दरकार नहीं थी और आगे भी नहीं रहेगी। फ़ालतू की भीड़ छंट जायेगी।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-51572762102986227292010-08-09T06:02:14.395+05:302010-08-09T06:02:14.395+05:30आस्था का दुरुपयोग तो जमकर हो रहा है।आस्था का दुरुपयोग तो जमकर हो रहा है।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-77724287374802164612010-08-09T01:22:38.715+05:302010-08-09T01:22:38.715+05:30आस्था अगर हम अपने मां बाप की बुढापे मै सेवा कर ले ...आस्था अगर हम अपने मां बाप की बुढापे मै सेवा कर ले तो हमे सब पुन्य मिल जाते है, बाकी मै आप से सहमत हुंराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-22939297247467089662010-08-09T00:49:06.728+05:302010-08-09T00:49:06.728+05:30आपकी बात से सहमत हूं........आपकी बात से सहमत हूं........लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-71304952673108104412010-08-09T00:26:31.049+05:302010-08-09T00:26:31.049+05:30पते का बात किए हैं आप गोदियाल साहब... बिहार में भी...पते का बात किए हैं आप गोदियाल साहब... बिहार में भी सुल्तांगंज से गंगाजल लेकर लोक वैद्यनाथ धाम जल अर्पण करने जाते हैं... लेकिन नौजवान लडका सब गुंडई अऊर ब्यभिचार से भी बाज नहीं आता है... एक से एक डिस्को ड्रेस पहिनकर सब निकलता है… आजकल त हॉकी स्टिक भी बहुत जोर से फैसन में है... बताइए त, ई आस्था है?चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-65030991137099068682010-08-08T23:32:37.804+05:302010-08-08T23:32:37.804+05:30एक और सार्थक आलेख पर बहुत बहुत आभार और शुभकामनाएं ...एक और सार्थक आलेख पर बहुत बहुत आभार और शुभकामनाएं !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-82284180373796498042010-08-08T22:20:18.300+05:302010-08-08T22:20:18.300+05:30सार्थक लेखन ....हर बात सीमा में ही सही लगती है ......सार्थक लेखन ....हर बात सीमा में ही सही लगती है ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-81761489268834860072010-08-08T22:14:26.060+05:302010-08-08T22:14:26.060+05:30"भग्वान शिव के प्रति जनता के मन मे जो आदर और ..."भग्वान शिव के प्रति जनता के मन मे जो आदर और आस्था है, ...."<br />जी हां, बम बम भोले<br />ना बरसे भांग के गोले :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-62413375636999795072010-08-08T20:56:46.882+05:302010-08-08T20:56:46.882+05:30गोदियाल जी , आपने बड़े संवेदनशील विषय पर लिखने का...गोदियाल जी , आपने बड़े संवेदनशील विषय पर लिखने का साहस किया है । आपको बधाई देता हूँ ।<br />आपने सहनशीलता का परिचय देते हुए सही तथ्य प्रस्तुत किये हैं ।<br />अपनी धार्मिक आस्थाओं , मान्यताओं और रीति रिवाजों पर कभी कभी बड़ा क्षोभ होता है । लेकिन सच कहूँ तो बस मन मसोस कर रह जाते हैं । किस को क्या समझाएं । सभी समझदार हैं ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-3637195025400583572010-08-08T20:36:17.519+05:302010-08-08T20:36:17.519+05:30यह करोडों हिन्दुओं की अस्था से जुडा मसला है इसलिए ...यह करोडों हिन्दुओं की अस्था से जुडा मसला है इसलिए भावनाऒं का आदर भी नि:सन्देह जरूरी है। मगर साथ ही हमे यह भी देखना होगा कि कहीं कोई चीज अत्याधिक तो नही हो रही? भग्वान शिव के प्रति जनता के मन मे जो आदर और आस्था है, हमारे कृत्य कहीं उसे कोई चोट तो नही पहुचा रहे ? क्योंकि पिछले आठ-दस सालों से जबसे हमारे इस देश की दोयम दर्जे की राजनीति ने आस्था के इस क्षेत्र मे अपनी घुसपैठ बनाई है, यह देखा जा रहा है कि इस प्रदेश/ क्षेत्र का आम निवासी अपने को विचलित/बेआराम मह्सूस करने लगा है। <br />--<br /><br />आपकी बात से पूरी तरह से सहमत हूँ!<br />उपयोगी लेख!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-15135284371293613522010-08-08T20:08:07.723+05:302010-08-08T20:08:07.723+05:30दिल खोल के लिखा है आपने और समस्या का नीर क्षीर विव...दिल खोल के लिखा है आपने और समस्या का नीर क्षीर विवेचन -सहमत !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-43504663344253633172010-08-08T20:00:27.428+05:302010-08-08T20:00:27.428+05:30बिल्कुल सही लिखा जी आपने. हर तरह के लोग हैं.
रामर...बिल्कुल सही लिखा जी आपने. हर तरह के लोग हैं.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.com