tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post7600278461272179272..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : अहसास !पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-76381468162624165572010-12-11T00:27:36.573+05:302010-12-11T00:27:36.573+05:30बहुत खूब...बहुत खूब...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-89907366244874704572010-12-10T11:37:05.136+05:302010-12-10T11:37:05.136+05:30हुश्न, मुहब्बत और वफ़ा की त्रिवेणी पर....जिगर के दा...हुश्न, मुहब्बत और वफ़ा की त्रिवेणी पर....जिगर के दाग ......??<br /><br /><br />ओये होए क्या बात है ....!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-71763624168895152302010-12-10T11:23:57.079+05:302010-12-10T11:23:57.079+05:30हुस्न, मोहब्बत और वफा की त्रिवेणी पर कुंभ मेले का ...हुस्न, मोहब्बत और वफा की त्रिवेणी पर कुंभ मेले का आयोजन. शानदार सामंजस्य. <br />मेरी नई पोस्ट 'भ्रष्टाचार पर सशक्त प्रहार' पर आपके सार्थक विचारों की प्रतिक्षा है...<br />www.najariya.blogspot.comSushil Bakliwalhttps://www.blogger.com/profile/08655314038738415438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-39943339383072201222010-12-10T11:08:53.950+05:302010-12-10T11:08:53.950+05:30बेहतरीन पोस्ट लेखन के बधाई !
आशा है कि अपने सार्थ...<i><b><br />बेहतरीन पोस्ट लेखन के बधाई !<br /><br />आशा है कि अपने सार्थक लेखन से,आप इसी तरह, ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।<br /><br /><a href="http://blog4varta.blogspot.com/2010/12/4_10.html" rel="nofollow">आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है-पधारें</a> </b></i>शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-16194035155902990762010-12-09T20:32:41.243+05:302010-12-09T20:32:41.243+05:30जो मज़ा इन्तेज़ार में है वो मिलन में कहां... तो, क...जो मज़ा इन्तेज़ार में है वो मिलन में कहां... तो, करते रहिए इन्तेज़ार:)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-28220663108978460032010-12-09T18:45:36.280+05:302010-12-09T18:45:36.280+05:30अब तो यही सोचकर
संयम पैरोंतले से
फिसलता नहीं
कि प्...अब तो यही सोचकर<br />संयम पैरोंतले से<br />फिसलता नहीं<br />कि प्रतीक्षा करवाना<br />तुम्हारी पुरानी आदत है !! <br />वाह! गज़ब कर दिया …………मंत्रमुग्ध कर दिया।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-7632327423357855502010-12-09T18:11:16.789+05:302010-12-09T18:11:16.789+05:30बहुत ही सुंदर और मुग्ध कर देने वाली रचना.
रामराम....बहुत ही सुंदर और मुग्ध कर देने वाली रचना.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-24840373119181746472010-12-09T18:11:15.527+05:302010-12-09T18:11:15.527+05:30बहुत ही सुंदर और मुग्ध कर देने वाली रचना.
रामराम....बहुत ही सुंदर और मुग्ध कर देने वाली रचना.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-38353699341873212772010-12-09T14:57:14.288+05:302010-12-09T14:57:14.288+05:30उस त्रिवेणी के लिये कुम्भ जैसे आयोजन की क्या आवश्य...उस त्रिवेणी के लिये कुम्भ जैसे आयोजन की क्या आवश्यकता, वह तो वैसे ही सतत प्रवाहमान रहे।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-54106941335213207482010-12-09T14:09:42.082+05:302010-12-09T14:09:42.082+05:30मैं तो कबसे
अपने मन को
इस बात के लिए
प्रेरित किये ...मैं तो कबसे<br />अपने मन को<br />इस बात के लिए<br />प्रेरित किये था कि<br />इस बार मैं भी<br />संगम पर,<br />जिगर के कुछ दाग<br />धो ही डालूँगा ...<br /><br /><br />गोदियाल जी ... आज तो बिलकुल alag hat कर ... mousam का asar hone laga है ... बहुत लाजवाब ehsas है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-57247096649358971932010-12-09T13:09:54.976+05:302010-12-09T13:09:54.976+05:30वाह ..बहुत सुन्दर ..
.अब तो यही सोचकर
संयम पैरोंत...वाह ..बहुत सुन्दर ..<br /><br />.अब तो यही सोचकर<br />संयम पैरोंतले से<br />फिसलता नहीं<br />कि प्रतीक्षा करवाना<br />तुम्हारी पुरानी आदत है !<br /><br />अब आदत से परिचित ही हैं तो इंतज़ार कर ही लीजिए ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-70189778973241377422010-12-09T11:58:35.950+05:302010-12-09T11:58:35.950+05:30हर बार की तरह शानदार प्रस्तुतिहर बार की तरह शानदार प्रस्तुतिसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-54675538858008217302010-12-09T11:58:05.209+05:302010-12-09T11:58:05.209+05:30आदरणीय गोदियाल जी
नमस्कार !
अब तो यही सोचकर
संयम प...आदरणीय गोदियाल जी<br />नमस्कार !<br />अब तो यही सोचकर<br />संयम पैरोंतले से<br />फिसलता नहीं<br />कि प्रतीक्षा करवाना<br />तुम्हारी पुरानी आदत है !! <br /><br />AADATE SUDHAR LE SIR JI........संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-75689969253234462712010-12-08T22:21:16.991+05:302010-12-08T22:21:16.991+05:30इंतजार का अपना मज़ा है ।
हुश्न, मुहब्बत
और वफ़ा की त...इंतजार का अपना मज़ा है ।<br />हुश्न, मुहब्बत<br />और वफ़ा की त्रिवेणी--<br />सुन्दर अलफ़ाज़ .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-37938118489305097652010-12-08T21:58:34.708+05:302010-12-08T21:58:34.708+05:30बहुत ही सुन्दर अहसास कराती हुई कबिता, समय आने पर स...बहुत ही सुन्दर अहसास कराती हुई कबिता, समय आने पर संगम पर जरुर पहुचेगे इंतजार बहुत मीठा होता है.सूबेदारhttps://www.blogger.com/profile/15985123712684138142noreply@blogger.com