tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post8271901383390108821..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : भ्रष्टों और निक्कमों का प्रिय खेल बनकर रह गया है क्रिकेट !पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-77873234695204174132010-09-01T12:59:29.044+05:302010-09-01T12:59:29.044+05:30क्रिकेट का खेल एक भ्रष्टाचार की जननी बन चुका है..i...क्रिकेट का खेल एक भ्रष्टाचार की जननी बन चुका है..isiliye teji se cricket se logo kaa mohbhang ho rahaa hai.arvindhttps://www.blogger.com/profile/15562030349519088493noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-54145676373435852502010-09-01T06:16:31.413+05:302010-09-01T06:16:31.413+05:30अपन तो बहुत पहले इस ड्रामे से जान छुड़ा चुके हैं। ...अपन तो बहुत पहले इस ड्रामे से जान छुड़ा चुके हैं। जब से फ़िक्सिंग वाला मामला उजागर हुआ था, इधर ध्यान देना भी बेवकूफ़ी लगती थी। अब भी अगर कहीं टी.वे. पर मैच चल रहा हो तो, पहले पता कर लेते हैं, अगर इंडिया जीत रहा है पक्का, तो देख लिया नहीं तो एकाध मोटी सी गाली पहले ही देकर खिसक लेते हैं।<br />और तो और चीयरलीडर्स भी हमें आकर्षित नहीं कर पाई। हा हा हा।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-53464880283024217012010-09-01T02:32:25.754+05:302010-09-01T02:32:25.754+05:30गोंदियाल जी, आज खिलाड़ी खेल के प्रति समर्पित नहीं ...गोंदियाल जी, आज खिलाड़ी खेल के प्रति समर्पित नहीं रहे, देश की तो बात ही बहुत दूर है। उन्हें सिर्फ पैसे का मोह है। वो पैसे के लिए कुछ भी कर सकते हैं।लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-515565785477818112010-09-01T00:38:32.576+05:302010-09-01T00:38:32.576+05:30गोदियाल जी
यहाँ जो चुनाव प्रक्रिया दी गयी है वो प्...गोदियाल जी<br />यहाँ जो चुनाव प्रक्रिया दी गयी है वो प्रधान लामा के लिए दी गयी,<br />दलाई लामा के जीवित रहते किसी और के प्रधान लामा बन्ने के प्रश्न ही नहीं है !!!<br />आपने स्वयं कहा है की ग्याल्तसेन नोरबू को पंचेन लामा घोषित किया है, पंचेन लामा और प्रधान लामा में अंतर होता है,<br />कृपया अपने तथ्यों को ध्यानपूर्वक पढ़े<br />आशा करता हूँ कि आप अपना सहयोग इसी प्रकार बनाये रखेंगे, यदि आपको या किसी अन्य पाठक को कोई और प्रश्न करना हो तो आपका स्वागत है .ओशो रजनीशhttps://www.blogger.com/profile/02490589981699767958noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-76155620617960884642010-08-31T21:57:51.238+05:302010-08-31T21:57:51.238+05:30"इस खेल में जो गंदगी फैल चुकी है इसकी वजह इसक..."इस खेल में जो गंदगी फैल चुकी है इसकी वजह इसका अत्यधिक राजनीतिकरण भी है"<br />और राजनीति में जो खेल चल रहा है.... :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-41847739634864931322010-08-31T21:47:56.897+05:302010-08-31T21:47:56.897+05:30डा० साहब , कोई आर्ग्युमेंट नहीं करूंगा, बस ये कहू...डा० साहब , कोई आर्ग्युमेंट नहीं करूंगा, बस ये कहूंगा कि आप भी क्रिकेट देखने लायक समय निकाल लेते है, अच्छी बात है :)पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-29336860486503477692010-08-31T19:30:13.668+05:302010-08-31T19:30:13.668+05:30इधर कुछ सालों से देखना भी छुट गया, बढिया ही हुआ.
...इधर कुछ सालों से देखना भी छुट गया, बढिया ही हुआ.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-80129074351924991222010-08-31T19:22:01.544+05:302010-08-31T19:22:01.544+05:30चार लाइनों में ही सब कह दिया भाऊ !
बहुत उम्दा पो...चार लाइनों में ही सब कह दिया भाऊ !<br /><br />बहुत उम्दा पोस्ट !Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-56173163436766617242010-08-31T18:20:34.137+05:302010-08-31T18:20:34.137+05:30गोदियाल जी , हमें तो क्रिकेट देखना बहुत अच्छा लगता...गोदियाल जी , हमें तो क्रिकेट देखना बहुत अच्छा लगता है । ये अलग बात है कि कभी खेले नहीं ।<br />कुछ नालायकों की वज़ह से देखना छोड़ दें , ऐसे तो हालात नहीं ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-28822524797963384722010-08-31T17:00:07.025+05:302010-08-31T17:00:07.025+05:30गोदियाल जी .... इस निकामे खेल को मजबूरी में देखन प...गोदियाल जी .... इस निकामे खेल को मजबूरी में देखन पड़ता है ... कोई और चारा भी तो नही ... कुछ दिन नही देखते पर कुछ दिन बाद फिर शुरू हो जाते हैं ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-11487604015737037242010-08-31T15:58:44.608+05:302010-08-31T15:58:44.608+05:30Bhala ho cricket ka naa jane kitne gharo ke sheesh...Bhala ho cricket ka naa jane kitne gharo ke sheeshe tode, kitne balle paise jod jod ke kharide. Kitni ball paodsi ke ghar mei gayi par wapis nahi aayi.<br />Isse mahaan khel aur koi nahi milega janab. <br />Aisa mat kahiye janab, aise to har khel mei kuch na kuch bhrastachaar aapko milte rahenge.prasant pundirhttps://www.blogger.com/profile/17789177169529491670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-65288351507878443262010-08-31T15:02:28.714+05:302010-08-31T15:02:28.714+05:30अरे ये आप क्या कह रहे है गोदियाल जी, ऐसा हुआ तो नि...अरे ये आप क्या कह रहे है गोदियाल जी, ऐसा हुआ तो निठल्ले लोग कहाँ और किसकी शरण में जायेंगे. फिर मीडिया तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान, गांगुली को प्रिंस ऑफ कोलकाता, सहवाग को मुल्तान का सुल्तान, शाहरुख और अमिताभ को फिल्मो का देता इत्यादि बता कर अपनी दुकान कैसे चलाएंगे. इसमें कोई शक नहीं कि उपरोक्त लोग अपने फन में माहिर है लेकिन ये भी अतिशयोक्ति नहीं है कि मीडिया और जनता ने इन्हें जरुरत से ज्यादा सर चढा रखा है. आज के समय में क्रिकेट फालतू लोगो के बेकार मनोरंजन के सिवा कुछ नहीं है.Bhavesh (भावेश )https://www.blogger.com/profile/14963074448634873997noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-47979627398100720392010-08-31T12:48:13.341+05:302010-08-31T12:48:13.341+05:30इसी कारण अब देखने का मन नही करता।इसी कारण अब देखने का मन नही करता।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-47949615568954689062010-08-31T12:10:32.509+05:302010-08-31T12:10:32.509+05:30इसमें दोष तो हमारा ही है!इसमें दोष तो हमारा ही है!संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-59000714785603547282010-08-31T11:42:54.498+05:302010-08-31T11:42:54.498+05:30इस कारण मैंने टी.वी. पर मैच देखना बंद कर दिया है ....इस कारण मैंने टी.वी. पर मैच देखना बंद कर दिया है ....समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-84419065803907968882010-08-31T09:04:13.681+05:302010-08-31T09:04:13.681+05:30आप सही कह रहे हैं, बस टाइम पास के लिए ही देखना चा...आप सही कह रहे हैं, बस टाइम पास के लिए ही देखना चाहिए।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-32148425622631503302010-08-31T07:21:54.474+05:302010-08-31T07:21:54.474+05:30इसमें दोष तो हमारा ही है!
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अपनी पोटली में बँधे र...इसमें दोष तो हमारा ही है!<br />--<br />अपनी पोटली में बँधे रत्नों को हम कभी खोलकर देखते ही नहीं हैँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-54124291768186979872010-08-31T00:31:39.783+05:302010-08-31T00:31:39.783+05:30सच है ..आज क्रिकेट देखने का आनंद खत्म हो गया है .....सच है ..आज क्रिकेट देखने का आनंद खत्म हो गया है ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-62218358944283829262010-08-31T00:07:23.910+05:302010-08-31T00:07:23.910+05:30मै तो इस गुलामो के खेल को कभी देखता ही नही,मै तो इस गुलामो के खेल को कभी देखता ही नही,राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-60830538489078152932010-08-30T23:03:04.181+05:302010-08-30T23:03:04.181+05:30सही कहा आपने .....
कुछ लिखा है, शायद आपको पसंद आय...सही कहा आपने .....<br />कुछ लिखा है, शायद आपको पसंद आये --<br />(क्या आप को पता है की आपका अगला जन्म कहा होगा ?)<br />http://oshotheone.blogspot.comओशो रजनीशhttps://www.blogger.com/profile/02490589981699767958noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-83064514121558081622010-08-30T22:22:35.333+05:302010-08-30T22:22:35.333+05:30क्रिकेट से मोह भंग हो रहा है।क्रिकेट से मोह भंग हो रहा है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-73747615097047008982010-08-30T22:01:36.272+05:302010-08-30T22:01:36.272+05:30niceniceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.com