tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post8384132224267480855..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : बस एक टिकाऊपन का ही भय है वरना तो..... !पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-88963275770177466482011-10-30T01:12:46.450+05:302011-10-30T01:12:46.450+05:30वास्तविकता से परिचय करवाता आपका आलेख अभूत अच्छा लग...वास्तविकता से परिचय करवाता आपका आलेख अभूत अच्छा लगा|<br /> इन सूचनाओं को आम जनता तक प्न्हुन्चाने की आवश्यकता है तभी व्यक्ति निर्माण हो सकेगा और फिर भारत निर्माण|चंदनhttps://www.blogger.com/profile/07421884253788583868noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-17001182090976030372011-10-29T20:49:19.310+05:302011-10-29T20:49:19.310+05:30एक कडुवा सत्य.वास्तविक हालातों से अवगत कराता आलेख....एक कडुवा सत्य.वास्तविक हालातों से अवगत कराता आलेख.मन के - मनकेhttps://www.blogger.com/profile/16069507939984536132noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-88771296492434525032011-10-28T22:32:06.794+05:302011-10-28T22:32:06.794+05:30आपकी बातों से पूर्णरूप से सहमत हूँ। मगर स्थिति विच...आपकी बातों से पूर्णरूप से सहमत हूँ। मगर स्थिति विचारणीय हैSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-33251339704217276332011-10-28T19:55:21.221+05:302011-10-28T19:55:21.221+05:30बहुत सुन्दर!
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कल के चर्चा मंच पर, लिंको की है धू...बहुत सुन्दर!<br />--<br />कल के <a href="http://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow">चर्चा मंच</a> पर, लिंको की है धूम।<br />अपने चिट्ठे के लिए, उपवन में लो घूम।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-90618763034637906482011-10-28T18:41:58.417+05:302011-10-28T18:41:58.417+05:30इस लेख पर अपनी प्रतिक्रिया से अवगत कराने के लिए आप...इस लेख पर अपनी प्रतिक्रिया से अवगत कराने के लिए आप सभी का आभार व्यक्त करता हूँ !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-50538514805882661272011-10-28T15:23:59.621+05:302011-10-28T15:23:59.621+05:30आपकी बातों से पूर्णरूप से सहमत हूँ। यही हाल रहा तो...आपकी बातों से पूर्णरूप से सहमत हूँ। यही हाल रहा तो वो दिन दूर नहीं जब एक बार फिर भगवान न करे मगर हमारे देश को गुलामी देखनी पद सकती है.... चिंतनीय एवं विचारनीय आलेख...<br />समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है <br />http://mhare-anubhav.blogspot.com/2011/10/blog-post_27.htmlPallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-55393902941204373002011-10-28T14:01:22.573+05:302011-10-28T14:01:22.573+05:30सच कहा है आपने ... भारतवासी कुछ याद नहीं रखते ... ...सच कहा है आपने ... भारतवासी कुछ याद नहीं रखते ... स्वार्थी होते जा रहे अहिं और मोजूदा नीतियां तेज़ी से इस और ले जा रही हैं ... चीन की तरफ से हमने आँखें बंद कर रक्खी हैं ... स्थिति भयावह है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-18532943222138382372011-10-28T11:29:57.535+05:302011-10-28T11:29:57.535+05:30स्थिति चिंताजनक है !
संजय भास्कर
आदत....मुस्कुरान...स्थिति चिंताजनक है !<br /><br />संजय भास्कर<br />आदत....मुस्कुराने की<br />पर आपका स्वागत है<br />http://sanjaybhaskar.blogspot.comसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-84710198722965666492011-10-28T01:08:38.072+05:302011-10-28T01:08:38.072+05:30पढकर जाना कि सचमुच आज स्थिति चिंताजनक नहीं, भयावह...पढकर जाना कि सचमुच आज स्थिति चिंताजनक नहीं, भयावह है !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-87604243720772317112011-10-27T22:27:45.244+05:302011-10-27T22:27:45.244+05:30अरे हां, गोदियाल जी मैं तो यह बताना ही भूल गया। ए...अरे हां, गोदियाल जी मैं तो यह बताना ही भूल गया। एक भारतीय ने चीनी औरत से शादी की। कुछ वर्षों बाद वह मर गई। पडोसी ने पति को ढाढस बंधाते हुए कहा- यार, यह गनीमत समझ कि इतने दिन भी चली, आखिर वह चीनी चीज़ थी:)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-41469420681055352782011-10-27T22:20:44.869+05:302011-10-27T22:20:44.869+05:30जब तक हमारे जीवन में भारतीय गौरव की भावना नहीं आएग...जब तक हमारे जीवन में भारतीय गौरव की भावना नहीं आएगी तब तक यह तो होना ही है। ऐसा भी नहीं है कि चीन की सामग्री उच्च कोटि की होती है। घटिया और अल्प कालिक चलनेवाली विदेशी चोज़ों के पीछे भी हमारी दौड़ने की मानसिकता हमें न जाने कहां पहूचाए॥चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-33946242553722351042011-10-27T21:28:37.466+05:302011-10-27T21:28:37.466+05:30कहीं यह सदाशयता पुनः धोखा न दे दे।कहीं यह सदाशयता पुनः धोखा न दे दे।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-48834614683704901402011-10-27T20:09:54.392+05:302011-10-27T20:09:54.392+05:30आम जनता को और चाइनिज माल को काहे को देष देना..जब अ...आम जनता को और चाइनिज माल को काहे को देष देना..जब अपना सिक्का ही खोटा हो। खुला बाजार अपनाया तो खुल कर मेहनत करो न भाई।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-42170512600053457742011-10-27T20:06:42.996+05:302011-10-27T20:06:42.996+05:30गोदियाल साहब,
औरों की नहीं कहता लेकिन अपनी बताता ...गोदियाल साहब, <br />औरों की नहीं कहता लेकिन अपनी बताता हूँ, शायद ही आज तक इस्तेमाल के लिये कोई चाईनीज माल खरीदा हो। एक दो बार बस ट्रेन में कुछ हल्का-फ़ुल्का लिया भी तो ये देखने दिखाने के लिये कि किस तरह इतना सस्ता प्रोडक्शन वो लोग अफ़ार्ड कर पाते हैं। <br />अपने देश और देशवासियों के हितों की चिंता करना हर देश की सरकार का काम है, हमारे यहाँ यह नहीं हो पा रहा तो वाकई सोचने वाली बात है।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.com