tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post8567388673373027973..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : आजादी का अत्यानंद !पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-46369915002091754932011-09-03T03:40:20.744+05:302011-09-03T03:40:20.744+05:30इस मोहभंग का कारण समझना जरूरी है। यही एक रास्ता है...इस मोहभंग का कारण समझना जरूरी है। यही एक रास्ता है, ऐतिहासिक गलती को सुधारने का। इतिहास पढ़ाया ही इसलिए जाता है कि पिछली गलतियों से सबक लें। और गलती यह हो गई कि आजादी के बाद जो जनजागरण का कार्यक्रम चलाना था, वह नहीं चल पाया। राजतंत्र से लोकतंत्र में प्रवेश के लिए नया भाव, नयी समझ और नयी जिम्मेदारी आम जनता में आनी चाहिये थे। यह सबसे महत्त्वपूर्ण कार्य था, जो नये देश को मजबूत बनाये रखने के लिए आवश्यक था। देश के बुद्धिजीवी वर्ग को यह कार्य करना था, क्योंकि वे ही इस नई व्यवस्था को लाये थे। वरन् आम जनता तो राजतंत्र की छाया में रहने को आतुर है। राजकुमार राहुल हो या महारानी वसुंधरा, जनता को एक राजा या रानी आज भी चाहिये। लेकिन बुद्धिजीवियों को यह बताना कि जनता को ‘राजा’, ‘महाराजा’, ‘हुजूर’, ‘हुकुम’ छोड़ कर ‘अपने’, ‘स्वयं के’ शासन यानी स्वशासन के बारे में सोचना चाहिये । बच्चे-बच्चे को ‘स्वशासन’ का अर्थ समझाया जाना चाहिये था। परन्तु 1950 आते-आते बुद्धिजीवी फिर ‘गुलामी की बौद्धिक परम्परा’ में बह लिये। संविधान का हिन्दी अनुवाद करते समय यह परम्परा फिर सारी मेहनत पर पानी फेर गयी। आपको जानकारी होगी कि हमारे संविधान की मूल प्रति अंग्रेज़ी में हाथ से लिखी गयी थी। उसका हिन्दी अनुवाद भी हाथ से लिखा गया था। इस अनुवाद में अंग्रेज़ी के कई शब्दों का ऐसा अनर्थ कर दिया गया कि लोकतंत्र के खोल में राजतंत्र की आत्मा डाल दी गयी। ‘प्रेसीडेंट’ को राष्ट्राध्यक्ष की जगह राष्ट्रपति (राष्ट्र को पालने वाला) कहा गया। ‘गवर्नर’ को शासनाध्यक्ष की जगह राज्यपाल (राज्य को पालने वाला) कहा गया। ‘ऑफिसर’ को कार्यालय (ऑफिस) प्रभारी की जगह अधिकारी (अधिकारों का मालिक) कहा गया। विभागों के डायरेक्टरों को ‘मंत्री’ कहा गया। ‘राजा’ के ‘मंत्री’। नाम लोकतंत्र का, भाषा राजतंत्र की!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-544205293437509342011-08-16T19:22:32.634+05:302011-08-16T19:22:32.634+05:30जनता जागरूक होगी, तभी तानाशाहों का अन्त नहीं होग...जनता जागरूक होगी, तभी तानाशाहों का अन्त नहीं होगा। <br />स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं….!<br /><br />जय हिंद जय भारत<br />******************संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-14832258971259484772011-08-15T21:57:06.033+05:302011-08-15T21:57:06.033+05:30गंभीर सशक्त आलेख...
राष्ट्र पर्व की सादर बधाईयाँ....गंभीर सशक्त आलेख... <br />राष्ट्र पर्व की सादर बधाईयाँ..S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-56328174774529226202011-08-15T08:33:31.443+05:302011-08-15T08:33:31.443+05:30आपका आक्रोश सही है ।
आपको और १२० करोड़ देशवासियों...आपका आक्रोश सही है ।<br />आपको और १२० करोड़ देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें ।<br />बाकि बचे १ करोड़ लोगों को तो पी एम जी ने भी बधाई नहीं दी । क्योंकि शायद ये वे लोग हैं जिनके स्विस बैंकों में खाते हैं ।<br />जयहिंद ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-60887060759005416442011-08-15T08:02:43.518+05:302011-08-15T08:02:43.518+05:30नागरिकों में देशभक्ति की भावना आवश्यक है .. आपके ...नागरिकों में देशभक्ति की भावना आवश्यक है .. <a href="http://blog4varta.blogspot.com/2011/08/4_15.html" rel="nofollow">आपके इस सुंदर सी प्रस्तुति से हमारी वार्ता भी समृद्ध हुई है !!</a>संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-25090037444056755942011-08-15T07:14:07.081+05:302011-08-15T07:14:07.081+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
स्वतन्त्रता की 65वीं वर्षगा...बहुत सुन्दर प्रस्तुति!<br />स्वतन्त्रता की 65वीं वर्षगाँठ पर बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-35569170307290462292011-08-14T23:34:48.594+05:302011-08-14T23:34:48.594+05:30आज के राजनीतिक परिवेश में क्या स्वतंत्रता दिवस और ...आज के राजनीतिक परिवेश में क्या स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस एक मखौल बन कर नहीं रह गए है?????चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-1437046267733338132011-08-14T19:21:32.098+05:302011-08-14T19:21:32.098+05:30जब तक इस देश की जनता जागरूक नहीं होगी, तब तक इन ता...जब तक इस देश की जनता जागरूक नहीं होगी, तब तक इन तानाशाहों का अन्त नहीं होगा।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-88550355251893784852011-08-14T19:18:49.607+05:302011-08-14T19:18:49.607+05:30जब उससे कुछ सीखना ही नहीं है तो पढ़ना और पढ़ाना क्...जब उससे कुछ सीखना ही नहीं है तो पढ़ना और पढ़ाना क्यों?प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-20221159203508382582011-08-14T18:16:10.649+05:302011-08-14T18:16:10.649+05:30सार्थक प्रस्तुति
स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ...सार्थक प्रस्तुति <br />स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएंS.N SHUKLAhttps://www.blogger.com/profile/16733368578135625431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-45589448998800097102011-08-14T17:49:47.886+05:302011-08-14T17:49:47.886+05:30कोई भी कानून बना तो दिया जाता है मगर सिर्फ़ दूसरो स...कोई भी कानून बना तो दिया जाता है मगर सिर्फ़ दूसरो से लागू करवाने के लिए खुद के लिये नही बस इसी का नाम राजनीति है…………आपका प्रश्न उत्तम है मगर जवाब कहीं नही है।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-29444687765526436662011-08-14T17:47:51.686+05:302011-08-14T17:47:51.686+05:30जबाब की तलाश में सवाल , शायद कभी मिल जाये , वह सुब...जबाब की तलाश में सवाल , शायद कभी मिल जाये , वह सुबह कभी तो आएगी .Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-55756598455850163332011-08-14T17:42:14.350+05:302011-08-14T17:42:14.350+05:30मुझे लगता है हर पतन का कहीं ना कहीं अंत तो अवश्य ह...मुझे लगता है हर पतन का कहीं ना कहीं अंत तो अवश्य होता होगा?<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-8317462842916673552011-08-14T16:42:24.292+05:302011-08-14T16:42:24.292+05:30राष्ट्र गान या राष्ट्र गीत की बोल भी आज के बहुत से...राष्ट्र गान या राष्ट्र गीत की बोल भी आज के बहुत से बच्चे भूल गए होंगे ... जिस देश में नेतिक पतन की लहर तेज़ी से चल रही हो उस देश का कह्वाला कौन होगा ... ये तो समय ही बताएगा ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-10978234981911453332011-08-14T16:26:47.782+05:302011-08-14T16:26:47.782+05:30बहुत गम्भीर सवाल उठायाहै आपने। काश इसका जवाब भी ह...बहुत गम्भीर सवाल उठायाहै आपने। काश इसका जवाब भी हमें मिल पाता।<br /><br />------<br /><b><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">क्या आपके ब्लॉग में वाइरस है?</a></b><br /><a href="http://bm.samwaad.com/" rel="nofollow">बिल्ली बोली चूहा से: आओ बाँध दूँ राखी...</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-67949513592874979702011-08-14T15:58:13.384+05:302011-08-14T15:58:13.384+05:30naitikta ki awashyakta hai kise..naitikta ki awashyakta hai kise..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.com