tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post8852782745817185603..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : क्या इसे माओवादी और नक्सली कृत्य तक ही समेट लेना उचित होगा ?पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-19817706636693669232010-05-30T13:50:03.442+05:302010-05-30T13:50:03.442+05:30आपकी बात में सच्चाई है ... राजनीति के चलते कुछ भी ...आपकी बात में सच्चाई है ... राजनीति के चलते कुछ भी संभव है अपने देश में ... वैसे भी लोगों की जान तो बहुत सस्ती है देश में ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-86594504399385324332010-05-29T15:22:19.158+05:302010-05-29T15:22:19.158+05:30ऐसी घटनायें मन को व्यथित कर जाती हैं, आपकी प्रस्...ऐसी घटनायें मन को व्यथित कर जाती हैं, आपकी प्रस्तुति उसी का स्वरूप है ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-26589215462372821832010-05-29T14:48:53.066+05:302010-05-29T14:48:53.066+05:30अति सामयिक दृष्टि ।अति सामयिक दृष्टि ।अरुणेश मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/14110290381536011014noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-16832009987715737052010-05-29T12:58:24.372+05:302010-05-29T12:58:24.372+05:30Ummid hai sarkar ki neend tootegi....Ummid hai sarkar ki neend tootegi....सचिन https://www.blogger.com/profile/08484919973851372449noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-14525303299752095442010-05-29T11:51:44.122+05:302010-05-29T11:51:44.122+05:30एक दूसरे पर आरोपों की प्रक्रिया ही चलती रहती है......एक दूसरे पर आरोपों की प्रक्रिया ही चलती रहती है...मारी आम जनता जाती है....बहुत खेदपूर्ण घटना ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-25267841971399011462010-05-29T11:35:17.813+05:302010-05-29T11:35:17.813+05:30kya kahein........asar kahan hota hai kisi par.kya kahein........asar kahan hota hai kisi par.vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-8814637860413679742010-05-29T08:52:40.913+05:302010-05-29T08:52:40.913+05:30इन ह्र्दय विदीर्ण करने वाली घटनाओ के लिये विचार व्...इन ह्र्दय विदीर्ण करने वाली घटनाओ के लिये विचार व्यक्त करना तो ठीक है, आम आदमियो का ऐसा कौन सा सन्गठन तैयार किया जाय, जो इन समस्याओं से जूझ सके?सूर्यकान्त गुप्ताhttps://www.blogger.com/profile/05578755806551691839noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-62884206172232683392010-05-28T22:19:34.562+05:302010-05-28T22:19:34.562+05:30एक नये स्वतन्त्रता संग्राम की आवश्यकता है... चलेंग...एक नये स्वतन्त्रता संग्राम की आवश्यकता है... चलेंगे साथ में...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-87118813536563297412010-05-28T17:57:37.781+05:302010-05-28T17:57:37.781+05:30बहुत दुख होता है ऐसे बयानों को सुनकर।बहुत दुख होता है ऐसे बयानों को सुनकर।नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-48429385502554119902010-05-28T17:40:56.424+05:302010-05-28T17:40:56.424+05:30अब फ़िर ड्रामा शुरु होगा, एक दुसरे पर आरोप लगेगे, प...अब फ़िर ड्रामा शुरु होगा, एक दुसरे पर आरोप लगेगे, प्रधान मत्री वा अन्य मत्री आंसू बहाएगे, फ़िर हर मरने वाले को सरकारी खजाने से कुछ रक देने की घोषाणा होगी( दे या यह सब अपनी जेब मै डाले राम जाने)<br />अगर मेरे हाथ मै हो तो सब से पहले उन अधिकारियो को पकडू जो इस के जिम्मे दार है, फ़िर उन हरामी नेताओ को जो करोडो रुप्या हर साल रेलबे वजट के नाम से लेते है, ओर एक एक रुपये का हिसाब लू फ़िर इन सब दोषीयो के बंगले, कार जमा पुंजी सरकारी खजाने मै जमा कर के इन्हे किसी वीरान टापू पर छोड आऊं, जहा खुब सारे बाघ ओर शेर बगेरा हो...राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-21232128341803905442010-05-28T17:34:34.014+05:302010-05-28T17:34:34.014+05:30द्विवेदी जी के कथन से सहमतद्विवेदी जी के कथन से सहमतSulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-59898469686139820772010-05-28T17:08:43.213+05:302010-05-28T17:08:43.213+05:30गोदियाल जी माओवादी आतंकवादीयों को कांग्रेस समेत सभ...गोदियाल जी माओवादी आतंकवादीयों को कांग्रेस समेत सभी सेकुलर गिरोह के गद्दार नेताओं ने पाल पोस कर बड़ा किया है.अब यही गद्दार नेता इनके हाथों निर्दोशों को मरवाने में पकर महसूस कर रहे हैं आपने देख नहीं कि जब गृह मन्त्री ने माओवादी आतंकवादियों के विरूद्ध कार्यवाही करने की बात कही तो किस तरह एंटोनियो उर्फ सोनिया नेहरू,दिरविजय सिंह जैसे भारत के गद्दारों ने उनकी इस योजना को पलीता लगाकर माओवादी आतंकवादियों का हौसला बढ़ाया।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02964602014678479457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-24892930692383707482010-05-28T17:03:24.621+05:302010-05-28T17:03:24.621+05:30इसे केवल माओवादी और नक्सली कृत्य मान लेना वर्तमान ...इसे केवल माओवादी और नक्सली कृत्य मान लेना वर्तमान सत्ताधारियों को उन के गुनाहों से बरी कर देना है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-76244541593476632982010-05-28T16:51:21.024+05:302010-05-28T16:51:21.024+05:30सादर वन्दे !
माओवादी जनता को मारते हैं, नेता जनता ...सादर वन्दे !<br />माओवादी जनता को मारते हैं, नेता जनता को मरवाते हैं, कारण इनमे से कोई हो मरती आम जनता है, क्या येसा समय नहीं आ रहा जब खुद जनता इन दोनों को मारने के लिए उठ खड़ी होगी! ऐसा क्यों नहीं हो रहा है ? ऐसा कब होगा ? और अब मुझे लगता है आम जनता जिस भी नेता को देखे पत्थर लेकर दौडाए, इनका घर से निकलना दूभर कर दे, लेकिन कैसे , कब ?<br />जिस दिन ऐसा हो गया, फैसला अपने आप हो जायेगा ! लेकिन कब , कैसे ?<br />रत्नेश त्रिपाठीaaryahttps://www.blogger.com/profile/08420022724928147307noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-7807874595945287422010-05-28T16:44:07.840+05:302010-05-28T16:44:07.840+05:30निरीह जनता राजनैतिक इच्छाशक्ति और बयानबाजियों से ...निरीह जनता राजनैतिक इच्छाशक्ति और बयानबाजियों से अब त्रस्त हो चुकी है पर ये सबकुछ झेलने के लिए विवश है.36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-19915976789939147982010-05-28T16:44:05.152+05:302010-05-28T16:44:05.152+05:30aapne bahut kaargar aur sahi kaha..
umda post !aapne bahut kaargar aur sahi kaha..<br /><br />umda post !Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-71462476961582989272010-05-28T16:37:15.417+05:302010-05-28T16:37:15.417+05:30एक एक नेता की सुरक्षा के लिए पूरी की पूरी फ़ौज लगा ...एक एक नेता की सुरक्षा के लिए पूरी की पूरी फ़ौज लगा दी जाती है .......... और यहाँ अब तर्क यह दिया जाता है कि सेना का उपयोग नहीं होगा ! जनता क्या सिर्फ़ मरने के लिए है ?? समस्या पालने की ऐसी क्या जरूरत है ?? क्यों नहीं आर या पार का हल निकला जा रहा है!! कब तक युही बलि का बकरा बनाया जाता रहेगा हमको?? क्या मुआवजा उस कमी को पूरा कर सकता है जो किसी के मारे जाने से होती है........... नहीं !! सरकार पूरी तरह विफल है जनता के हितो की रक्षा करने में !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-58555065521188932952010-05-28T16:22:24.398+05:302010-05-28T16:22:24.398+05:30बहुत सही गोदियाल जी इसको कहते है किसी मुद्दे पड़ सा...बहुत सही गोदियाल जी इसको कहते है किसी मुद्दे पड़ सारे मतभेद को भूल कर एकजुटता के साथ सत्य और न्याय की खोज ईमानदारी से करने का प्रयास करना / इस ईमानदारी भरे विवेचना के लिए धन्यवाद / गोदियाल जी हम इसी के लिए एक सशक्त संगठन चाहते हैं जो सरकार में बैठे शेर की खाल ओढ़े गीदरों और भेड़ियों का असली चेहरा जनता को दिखाने का प्रयास करे और इस कार्य के लिए साधन,संसाधन व सुरक्षा पहुँचाने का काम इस संगठन का हो क्योकि मिडिया तो मुर्गी पकरना और गोबर उठाना तथा महिलाओं के मांसल सौन्दर्य को दिखाने में मस्त है /honesty project democracyhttps://www.blogger.com/profile/02935419766380607042noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-79374689472082318312010-05-28T16:08:29.146+05:302010-05-28T16:08:29.146+05:30और रेल विभाग तथा होम मिनिस्ट्री में ठन गयी है ? एक...और रेल विभाग तथा होम मिनिस्ट्री में ठन गयी है ? एक कहता है आतंकवादी कार्यवाही है और दूसरा रेल की लापरवाही -<br />और इतनी जाने चली गयीं -चुलू भर पानी में डूब मरे ये सब !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com