tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post8989310117876594144..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : घुन लगी न्याय व्यवस्था और न्यायिक आयोगों का औचित्य !पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-30637491874299724052009-12-04T10:13:19.629+05:302009-12-04T10:13:19.629+05:30There is no judiciary in India. Its will be better...There is no judiciary in India. Its will be better, we make any solution of our problems. It will be better to be sit in the home after any criminal happening with us. vaise bhi chhoti - chhoti vardaat ki FIR, hum nahi karate. After 60 years of independence, Government is not making any efforts to reforms in Judiciary.Unknownhttps://www.blogger.com/profile/15925582544236332409noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-80116483177382416112009-12-01T18:04:02.323+05:302009-12-01T18:04:02.323+05:30घुन लगी न्याय व्यवस्था ... बहुत सही कहा है आपने।घुन लगी न्याय व्यवस्था ... बहुत सही कहा है आपने।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-48659190409723803342009-12-01T17:52:00.175+05:302009-12-01T17:52:00.175+05:30हमारी न्याय व्यवस्था प्राचीन काल से आज तक लगातार व...हमारी न्याय व्यवस्था प्राचीन काल से आज तक लगातार विकसित हुई है। उस पर हमारे अतीत के चिन्ह स्पष्ट हैं। आजादी के बाद उसे जनतंत्र के लिए विकसित होना चाहिए था। लेकिन वह अभी भी अपने पुराने खोल को नहीं तोड़ पाई है। इस के लिए निश्चित ही हमारी संसद और कार्यपालिका जिम्मेदार है जो न्याय का अर्थ नहीं जानती या जानती है तो उसे कमजोर से कमजोर करना चाहती है। आप की इस बात से सहमति है कि "आज जरुरत है कि जनता एक स्वर में उठ खडी हो, और इन तीनो खम्बो में सुधार की मांग करे।"<br />जहाँ तक समयबद्धता का प्रश्न है तो अनेक मामलों में समय बद्धता निर्धारित की हुई है लेकिन वहाँ अदालत के पास पाँच-पाँच अदालतों का काम दे दिया गया है। ऐसे में समयबद्धता के प्रावधान का पालन संभव नहीं है। समय बद्धता के लिए उपयुक्त साधन बहुत आवश्यक हैं। लेकिन सरकार इन्हें देना नहीं चाहती। तो जनता को ही आगे आना होगा।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-66567230826684606202009-12-01T14:55:16.977+05:302009-12-01T14:55:16.977+05:30AAPKI BAAT MEIN ASAHMATI KI KOI GUNJAAYSH NAHI HAI...AAPKI BAAT MEIN ASAHMATI KI KOI GUNJAAYSH NAHI HAI ... HAMAARE KANOON JYADTAR UK KANOON PAR BASED HAIN .... IN SAB KO ANGREZON NE APNE BENEFIT KE LIYA LAAGOO KIYA THA .... AB HAMAARI AAZAAD SARKAAR APNE BENEFIT KE LIYE KAR RAHI HAI ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-87399721178524872442009-12-01T13:34:11.593+05:302009-12-01T13:34:11.593+05:30सबसे बड़ा मजाक ये है कि इतनी बड़ी घटना की जांच १ व्य...सबसे बड़ा मजाक ये है कि इतनी बड़ी घटना की जांच १ व्यक्ति अकेले कैसे करेगा ? खबर यह भी है जस्टिस लिब्राहन अयोध्या गये ही नही (सच झूठ का पता नही), इतना लम्बा समय लगने का कोई ठोस कारण देना चाहिये ।<br />१७ साल शायद इसलिये लगे कि लोग भूल जायें,क्योंकी समय सारे सवालों को खत्म कर देता हैअजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-18276890060810354042009-12-01T12:57:13.213+05:302009-12-01T12:57:13.213+05:30महफूज भाई की बात से पूर्ण सहमत, किसी को तो पहल कर...महफूज भाई की बात से पूर्ण सहमत, किसी को तो पहल करनी ही होगी, आज यह उम्मीद लगा के रखना कि कोई गाँधी , सुभाष, भगत सिंह और चंद्रशेखर आके यह सब कर जाएगा, शायद खुद को अन्धकार में रखने जैसी बात है !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-88265695574582936492009-12-01T12:46:44.783+05:302009-12-01T12:46:44.783+05:30यह फर्क तो है कहने और करने में..... पर किसी न किसी...यह फर्क तो है कहने और करने में..... पर किसी न किसी को तो शुरुआत करनी ही होगी..... सिर्फ आहें भरने से काम नहीं चलेगा.... सिस्टम तो हमें ही सुधारना होगा.... अगर हर चीज़ राजनीति से प्रेरित है..... तो हमें राजनीति को ही बदलना होगा .... नहीं प्यार से होगा तो डर से होगा..... सिस्टम को सुधारने के लिए ...हम युवाओं को सिस्टम के मन में डर पैदा करना होगा...... और वो डर सिर्फ मौत का ही हो सकता है..... हर युवा को एक-जुट हो कर ...सिस्टम के मन में डर पैदा करना होगा....... विदेशियों का अनुसरण बंद करना होगा..... शिक्षा का स्वरुप भी बदलना होगा..... आज कि राजनीति युवाओं में बेरोज़गारी का डर बिठा के ....उन्हें आंदोलित होने से रोक रही है...... उलझाव रहो युवाओं को..... पेप्सी-कोला और पिज्जा में..... यह शांत रहेंगे...... इसलिए राजनीतिकों, जज , भ्रष्ट अफसरों के मन में डर पैदा करना ज़रूरी है.......डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-28551998965951140022009-12-01T12:31:36.615+05:302009-12-01T12:31:36.615+05:30मित्र कहने और करने को तो बहुत कुछ है पर हो इसलिए प...मित्र कहने और करने को तो बहुत कुछ है पर हो इसलिए पाता क्योंकि नेता ऐसा नहीं चाहते। आयोग भी राजनीति के तहत ही काम करते हैं।Anshu Mali Rastogihttps://www.blogger.com/profile/01648704780724449862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-23166813618975236992009-12-01T12:30:57.505+05:302009-12-01T12:30:57.505+05:30जब तक हम विदेशियों का अनुसरण करते रहेंगे, चाहे माम...जब तक हम विदेशियों का अनुसरण करते रहेंगे, चाहे मामला न्याय का हो, चाहे शिक्षा का या चाहे और किसी विषय का, बेईमानी होती ही रहेगी।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-3108555093746840012009-12-01T12:27:55.718+05:302009-12-01T12:27:55.718+05:30इस जर्जर व्यवस्था को तोडने की कोशिश की जानी चाहि...इस जर्जर व्यवस्था को तोडने की कोशिश की जानी चाहिए .. महफूज अली जी का साथ दिया जाए .. उन्हे टिप्पणी दिए डेढ घंटे हो गए .. कहां चले गए ब्लॉग जगत के बाकी युवा ??संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-69147304418186273602009-12-01T12:21:23.774+05:302009-12-01T12:21:23.774+05:30जय भारत....जय भारत....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-67445458968098705492009-12-01T12:21:10.269+05:302009-12-01T12:21:10.269+05:30जय हिंद.....जय हिंद.....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-62455079821601201412009-12-01T12:20:26.900+05:302009-12-01T12:20:26.900+05:30यही तो मैं भी कहता हूँ..... यह खम्भा अब सड चुका है...यही तो मैं भी कहता हूँ..... यह खम्भा अब सड चुका है.... इस खम्भे को उखाड़ना हम युवाओं का ही काम है..... अब युवाओं को एक-जुट होने कि ज़रुरत है..... और हर नेता , भ्रष्ट अफसर और आतंक फैलाने वालों को चुन चुन कर मारना होगा..... अगर यह भरष्ट लोग जिंदा रहेंगे तो हम युवाओं का भविष्य खतरे में है..... इसलिए हर युवा जो सिस्टम से त्रस्त है..... उसको इन भ्रष्टाचारियों को ख़त्म करना ही होगा..... और एक होना ही पड़ेगा..... नहीं तो यह देश को गर्त में जाने से कोई नहीं रोक सकता.....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-57613954009703520742009-12-01T12:15:07.349+05:302009-12-01T12:15:07.349+05:30तो सरकार या फिर जांचकर्ता ईमानदार नहीं है, उनमे से...तो सरकार या फिर जांचकर्ता ईमानदार नहीं है, उनमे से किसी एक अथवा दोनों के दिलो में खोट है ।<br />गोदियाल जी-आपकी इसी बात के कायल है। लिजिए टि्प्पणी किये अब एक चटका भी लगाते है।ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.com