तमाम सामाजिक दूरियांं बरतते हुए,
हम ह़िंदुस्तानियो ने तो सदी गुजार दी
और, अब ये कमबख्त चीनी वायरस,
हमें दूरियाँ बरतने की सलाह दे रहा। 😀
हम ह़िंदुस्तानियो ने तो सदी गुजार दी
और, अब ये कमबख्त चीनी वायरस,
हमें दूरियाँ बरतने की सलाह दे रहा। 😀
...............नमस्कार, जय हिंद !....... मेरी कहानियां, कविताएं,कार्टून गजल एवं समसामयिक लेख !
निमंत्रण पर अवश्य आओगे, दिल ने कहीं पाला ये ख्वाब था, वंशानुगत न आए तो क्या हुआ, चिर-परिचितों का सैलाब था। है निन्यानबे के फेर मे चेतना, कि...
वाह..अहम की पराकाष्टा है यह तो।
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