tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post191109047730157850..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : तेरे चाहने वाले, तमाम बढ़ गए है|पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger35125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-2768827924452273392010-08-02T23:09:43.658+05:302010-08-02T23:09:43.658+05:30जमाकर कर कूट दिया आज तो.
रामरामजमाकर कर कूट दिया आज तो. <br /><br />रामरामताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-62716711146283560522010-08-02T17:37:00.717+05:302010-08-02T17:37:00.717+05:30बहुत दिनों के बाद आप को पढने को मिला है, अच्छा लगा...बहुत दिनों के बाद आप को पढने को मिला है, अच्छा लगा।<br />बहुत सुन्दर व्यंग्य कविता<br />यह रचना पढवाने के लिये आभार<br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-25058896934806519902010-08-02T17:13:29.400+05:302010-08-02T17:13:29.400+05:30@ बेईमानी' संग रचाई है,'दौलत' ने जबसे ...@ बेईमानी' संग रचाई है,'दौलत' ने जबसे शादी,<br />घरेलू उद्यमों में भी अब बुरे काम बढ़ गए है...<br />जन-सेवा की आड़ में अपनी तृष्णा-तृप्ति लेकर,<br />स्वामी-महंतों के भी कुटिल धाम बढ़ गए है...<br />पैनी नजर है आपकी इस बदलते समाज पर ...मगर यह चेतना ही इसे सही राह पर लाने में भी मददगार होगी ...!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/10839893825216031973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-42088483818436341542010-08-02T17:04:06.871+05:302010-08-02T17:04:06.871+05:30महफूज जी, सादर अभिवादन !
मैंने अपनी इ-मेल आई डी तो...महफूज जी, सादर अभिवादन !<br />मैंने अपनी इ-मेल आई डी तो आपको करीब दो महीने पहले ही ( जब पहली बार अपने माँगी थी ) भेज दी थी, आप अपना मेल बॉक्स चेक करें कही मेल स्पैम में तो नहीं जा रही ?पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-13620910908980631892010-08-02T16:51:12.856+05:302010-08-02T16:51:12.856+05:30गोदियाल जी.... नमस्कार....
कैसे हैं आप? आज बहुत द...गोदियाल जी.... नमस्कार....<br /><br />कैसे हैं आप? आज बहुत दिनों के बाद आपको देखा... डॉ. दराल जी के पोस्ट पर... तभी पता चला की आप आ गए हैं.... बहुत अच्छा लगा... आपको वापिस देख कर... उम्मीद करता हूँ कि आप ठीक होंगें... और अभी आपकी पोस्ट भी देखी... बहुत अच्छी लगी... अपना हालचाल ज़रूर मेल करियेगा... और प्लीज़ अपनी जीमेल की आई.ड़ी. दीजियेगा... mailtomahfooz@gmail.com पर...<br /><br />सादर<br /><br />महफूज़...डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-7987358056191240362010-08-02T16:09:00.460+05:302010-08-02T16:09:00.460+05:30मंगलवार 3 अगस्त को आपकी रचना ... चर्चा मंच के स...मंगलवार 3 अगस्त को आपकी रचना ... चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर ली गयी है .कृपया वहाँ आ कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ .... आभार <br /><br /> http://charchamanch.blogspot.com/संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-74504877773632114522010-08-02T08:40:12.485+05:302010-08-02T08:40:12.485+05:30क्या धोया है, पढ़कर मज़ा आ गया।क्या धोया है, पढ़कर मज़ा आ गया।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-33779749608109673382010-08-02T08:21:38.556+05:302010-08-02T08:21:38.556+05:30गोदियाल जी स्वागत है ...बहुत सुंदर बात कही आपने बढ...गोदियाल जी स्वागत है ...बहुत सुंदर बात कही आपने बढ़ती आबादी के साथ साथ बहुत कुछ बढ़ रहा है...और इनका ऐसे निरंतर बढ़ाना तरक्की का संकेत कतई नही है..बहुत खूब ...बधाईविनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-62634732830149034212010-08-02T07:24:36.490+05:302010-08-02T07:24:36.490+05:30सटीक और करारी रचना..जय हो!सटीक और करारी रचना..जय हो!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-53539447576746426752010-08-02T01:07:12.208+05:302010-08-02T01:07:12.208+05:30वाह! क्या बात है! बहुत सुन्दर!वाह! क्या बात है! बहुत सुन्दर!nilesh mathurhttps://www.blogger.com/profile/15049539649156739254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-87455416746136873502010-08-01T22:54:47.678+05:302010-08-01T22:54:47.678+05:30jhamaajham.jhamaajham.1st choicehttps://www.blogger.com/profile/15194232997495535693noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-52428584345334267282010-08-01T22:42:05.723+05:302010-08-01T22:42:05.723+05:30वाह वाह गोदियाल जी
रचना पढकर मजा आ गया।
हमने एक खत...वाह वाह गोदियाल जी<br />रचना पढकर मजा आ गया।<br />हमने एक खत भेजा था आपको<br />लेटरबाक्स में ही फ़ना हो गयाब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-73208595593416721022010-08-01T22:16:08.577+05:302010-08-01T22:16:08.577+05:30वाह , गोदियाल जी ।
बेहतरीन व्यंग लिखा है आपने ।वाह , गोदियाल जी ।<br />बेहतरीन व्यंग लिखा है आपने ।Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-15219687243374942362010-08-01T22:05:40.312+05:302010-08-01T22:05:40.312+05:30क्या, गोदियाल साहब, कहां गायब हो गये थे? बहुत मिस ...क्या, गोदियाल साहब, कहां गायब हो गये थे? बहुत मिस किया आपको।<br />लेकिन वापिसी धमाकेदार की है, मज़ा आ गया है।<br />बधाई।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-67189254157438820002010-08-01T20:56:14.739+05:302010-08-01T20:56:14.739+05:30बहुत खूब !बहुत खूब !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-13286758230266671912010-08-01T20:10:29.511+05:302010-08-01T20:10:29.511+05:30गोदियाल जी!
आपको बहुत दिनों के बाद नेट पर पढ़ रहा ...गोदियाल जी!<br />आपको बहुत दिनों के बाद नेट पर पढ़ रहा हूँ!<br />--<br />बहुत सुन्दर रचना है!<br />--<br />मित्रता दिवस पर बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-1086369659633584412010-08-01T20:03:18.458+05:302010-08-01T20:03:18.458+05:30बहुत अच्छी कबिता जो बर्तमान क़े काफी नजदीक
धरातल प...बहुत अच्छी कबिता जो बर्तमान क़े काफी नजदीक<br />धरातल पर लिखी गयी कबिता<br />बहुत सुन्दर.सूबेदारhttps://www.blogger.com/profile/15985123712684138142noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-46418019572285124502010-08-01T20:03:14.650+05:302010-08-01T20:03:14.650+05:30बहुत अच्छी कबिता जो बर्तमान क़े काफी नजदीक
धरातल प...बहुत अच्छी कबिता जो बर्तमान क़े काफी नजदीक<br />धरातल पर लिखी गयी कबिता<br />बहुत सुन्दर.सूबेदारhttps://www.blogger.com/profile/15985123712684138142noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-19569204058467460252010-08-01T18:48:31.809+05:302010-08-01T18:48:31.809+05:30सर्द मानसूनी पुरवाइयों के पैगाम बढ़ गए है,
मौसम के ...सर्द मानसूनी पुरवाइयों के पैगाम बढ़ गए है,<br />मौसम के जुल्म कातिलाना,सरेआम बढ़ गए है। <br />बहुत दिनों बाद आप आये और ग़म को भुलाने के जाम भी साथ लाये बधाईSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-59011198952358193732010-08-01T17:25:08.987+05:302010-08-01T17:25:08.987+05:30वाह वाह एक एक पंक्ति में जम के धुलाई की है आपने .....वाह वाह एक एक पंक्ति में जम के धुलाई की है आपने ..कोई कोर कसर बांकी नहीं रखीअजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-12079937434987482912010-08-01T15:21:57.661+05:302010-08-01T15:21:57.661+05:30वायरस बहुत तेज़ी से फैलता है न.वायरस बहुत तेज़ी से फैलता है न.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-70863531965223809192010-08-01T15:14:25.949+05:302010-08-01T15:14:25.949+05:30तरक्की की पहचान बनी सुन्दर चौड़ी सड़कें है,
ये बात...तरक्की की पहचान बनी सुन्दर चौड़ी सड़कें है,<br />ये बात और है कि इन पर, जाम बढ़ गए है।<br /><br />जन-सेवा की आड़ में अपनी तृष्णा-तृप्ति लेकर,<br />स्वामी-महंतों के भी कुटिल धाम बढ़ गए है।<br /><br />बहुत करारा व्यंग ....बहुत लंबी छुट्टी ली आपने ....संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-61656770354359349802010-08-01T15:12:20.268+05:302010-08-01T15:12:20.268+05:30सुन्दर प्रस्तुति
मित्र दिवस की शुभकामनाये ....सुन्दर प्रस्तुति <br />मित्र दिवस की शुभकामनाये ....समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-917231436715732992010-08-01T14:24:00.391+05:302010-08-01T14:24:00.391+05:30धमाकेदार वापसी पर एक सटीक रचना !धमाकेदार वापसी पर एक सटीक रचना !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-82477959821094314352010-08-01T14:19:36.964+05:302010-08-01T14:19:36.964+05:30स्वागत है गोदियाल जी । आते ही धज्जी उड़ा दी ,बहुत ख...स्वागत है गोदियाल जी । आते ही धज्जी उड़ा दी ,बहुत खूब ।अजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.com