tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post3121574308368008101..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : सरकार द्वारा प्रायोजित दीखती है मंहगाई !पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-77191369261087507492009-12-01T19:28:23.986+05:302009-12-01T19:28:23.986+05:30मुझे नहीं लगता कि बाजार की ताकतों पर अब सरकार का क...मुझे नहीं लगता कि बाजार की ताकतों पर अब सरकार का कोई बस रह गया है...जब तक वायदा बाजार पर लगाम नहीं लगेगी..यह मंहगाई और तिस पर से भी गरीब से दर गरीब होते जा रहे किसानों का कोई इलाज नहीं हो पायेगा.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-77096196493650588502009-11-30T15:56:36.231+05:302009-11-30T15:56:36.231+05:30खरी खरी बात कही है लिखी है...सच्ची सच्ची...बातें.....खरी खरी बात कही है लिखी है...सच्ची सच्ची...बातें...<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-18697755279235809842009-11-30T15:31:44.573+05:302009-11-30T15:31:44.573+05:30सब के सब व्यापारी हो गये है.सब के सब व्यापारी हो गये है.M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-81095174588861575712009-11-30T14:56:42.791+05:302009-11-30T14:56:42.791+05:30बिल्कुल सही कहा आपने. पर छुटकारे का कोई उपाय नही द...बिल्कुल सही कहा आपने. पर छुटकारे का कोई उपाय नही दिखता.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-58093926232191675032009-11-30T14:43:33.214+05:302009-11-30T14:43:33.214+05:30किसी ने प्रायोजित की हो या न, पर जनता तो उसकी मार ...किसी ने प्रायोजित की हो या न, पर जनता तो उसकी मार सह ही रही है ।Kusum Thakurhttps://www.blogger.com/profile/02345756853367472461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-53276781978581566902009-11-30T14:25:25.326+05:302009-11-30T14:25:25.326+05:30सच्चाई है कि हम मंहगाई के कारण अनगिनत संकटों में घ...सच्चाई है कि हम मंहगाई के कारण अनगिनत संकटों में घिर गये हैं। अच्छी रचना। बधाई।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-39256695786008537972009-11-30T14:25:19.177+05:302009-11-30T14:25:19.177+05:30सच्चाई है कि हम के कारण अनगिनत संकटों में घिर गये ...सच्चाई है कि हम के कारण अनगिनत संकटों में घिर गये हैं। अच्छी रचना। बधाई।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-69473527985212815252009-11-30T14:22:25.477+05:302009-11-30T14:22:25.477+05:30गोदियाल जी.... राम .... राम....
आपने बिलकुल सही व...गोदियाल जी.... राम .... राम....<br /><br />आपने बिलकुल सही विश्लेषण किया है..... यह महंगाई वगैरह सब प्रायोजित है...... ऐसे ही मेरा मोबाइल बिल इन लोगों ने बिना मतलब में ७००० का भेज दिया था...... और बाद में कहते हैं कि settle कर लो......और जब settle किया तो १२०० पे settle हुआ....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-64422025403812973622009-11-30T13:49:34.610+05:302009-11-30T13:49:34.610+05:30दरअसल, हमें अनिश्चित चीजों की आदत डाल लेनी चाहिए त...दरअसल, हमें अनिश्चित चीजों की आदत डाल लेनी चाहिए ताकि कुछ भी अनिश्चित घटने पर यूं रोना-पछताना न पड़े।Anshu Mali Rastogihttps://www.blogger.com/profile/01648704780724449862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-16517267476997520732009-11-30T13:08:22.276+05:302009-11-30T13:08:22.276+05:30जागरूकता के साथ साथ उचित क़ानून का ना होना कुछ हद...जागरूकता के साथ साथ उचित क़ानून का ना होना कुछ हद तक इसके लिए ज़िम्मेवार है ...... जहाँ तक टमाटर की बात है .... सरकार नाम की कोई चीज़ हो तो वो समझे भी .... वो तो बस अपनी गद्दी संभालने में लगे रहते हैं ..... देश और महंगाई की किसी को चिंता नही .....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-25788163357957345502009-11-30T13:00:00.471+05:302009-11-30T13:00:00.471+05:30सही विश्लेषण,और कोई पार्टी इसे मुद्दा नही बना रही ...सही विश्लेषण,और कोई पार्टी इसे मुद्दा नही बना रही है क्यों की जिसे फायदा हो रहा है उन्हीं से चंदा लेना हैअजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-11294274343422198632009-11-30T12:42:26.788+05:302009-11-30T12:42:26.788+05:30आज मध्यम वर्ग भी उच्च और निम्न दो भागों मे बंट चुक...आज मध्यम वर्ग भी उच्च और निम्न दो भागों मे बंट चुका है, अब मरण भी इस निम्न मध्यम वर्ग का ही है। इसका कोई मां बाप नही है। मंहगाई बढाकर ये अपनी जेबें ही भर रहे हैं, आपका कहना सही है। आभारब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-39654326853019042009-11-30T12:06:07.356+05:302009-11-30T12:06:07.356+05:30भईया मुझे तो लगता है कि सरकार से बडा चोर कोई हो ही...भईया मुझे तो लगता है कि सरकार से बडा चोर कोई हो ही नही सकता।Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-44877593484972658512009-11-30T11:55:15.682+05:302009-11-30T11:55:15.682+05:30सही बात तो यह है कि आज व्यापार लूट का पर्याय बन चु...सही बात तो यह है कि आज व्यापार लूट का पर्याय बन चुका है व्यापारी लुटेरे बन चुके हैं और सरकारें इन लुटेरों के सहयोगी।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.com