tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post5493885074447195432..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : हम और वो !पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-32111720718425172011-07-24T14:29:17.653+05:302011-07-24T14:29:17.653+05:30जब तक ये भ्रष्ट नेताओं का तंत्र है तब तक तो कुछ सं...जब तक ये भ्रष्ट नेताओं का तंत्र है तब तक तो कुछ संभव नहीं होने वाला .. पहले इने उखाडना होगा ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-54145600440860085382011-07-16T18:47:43.675+05:302011-07-16T18:47:43.675+05:30जिनको समझना चाहिए उनको न जाने कब समझ आएगीजिनको समझना चाहिए उनको न जाने कब समझ आएगीसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-50313887520422327092011-07-16T10:39:09.624+05:302011-07-16T10:39:09.624+05:30इस समय जो विचार इन नेताओं और सिस्टम के लिये उतपन्न...इस समय जो विचार इन नेताओं और सिस्टम के लिये उतपन्न हो रहे हैं ,यहां नहीं लिख सकता----अजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-45596971900887066792011-07-16T03:48:11.118+05:302011-07-16T03:48:11.118+05:30जो हुआ वह दुखद है। जिन पर जन-सुरक्षा की ज़िम्मेदारी...जो हुआ वह दुखद है। जिन पर जन-सुरक्षा की ज़िम्मेदारी है उनके काम में कमी तो है ही।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-58267006578535296592011-07-15T08:51:49.433+05:302011-07-15T08:51:49.433+05:30अच्छे सवालों का कोई जवाब क्यों नहीं देता? आपकी राय...अच्छे सवालों का कोई जवाब क्यों नहीं देता? आपकी राय मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है| जरुर पधारें | www.akashsingh307.blogspot.comआकाश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/17420922344485600342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-57719653389556964862011-07-15T08:14:09.086+05:302011-07-15T08:14:09.086+05:30मनन करने से क्या होगा!
कार्यवाही भी तो होनी चाहिए!...मनन करने से क्या होगा!<br />कार्यवाही भी तो होनी चाहिए!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-42415024807135079992011-07-15T00:33:55.056+05:302011-07-15T00:33:55.056+05:30जिस देश के नेता यह कहते हो की ऐसी घटनाएं तो होती र...जिस देश के नेता यह कहते हो की ऐसी घटनाएं तो होती रहती है... उनसे कोई उम्मीद नहीं की जा सकती....<br />आतंक का कोई धर्म नहीं होता... लेकिन उसका समर्थन जो भी करता है.. वो भी उसी आतंकी सोच का है...लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-12290612879484970382011-07-14T23:19:08.548+05:302011-07-14T23:19:08.548+05:30सोच रहा हूं कि मैं भी कसाब वाला काम ही शुरू कर दूं...सोच रहा हूं कि मैं भी कसाब वाला काम ही शुरू कर दूं। कम से कम बैठे बिठाये खाना-पीना, सारे ऐश और सबसे बडी चीज सुरक्षा मिलेगी। आजकल भारतीय सुरक्षित हैं ही नहीं। कसाब बनकर अगर सुरक्षा मिलती है तो कसाब बनने में क्या हरज है?नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-45412002139844526772011-07-14T23:12:19.946+05:302011-07-14T23:12:19.946+05:30‘ऐसे घृणित कृत्यों को करने वाले का कोई धर्म नहीं ह...‘ऐसे घृणित कृत्यों को करने वाले का कोई धर्म नहीं होता ! ’<br /><br />जब तक जेहाद के नाम पर यह घृणित कृत्य होते रहे, हमारे नेता लोग भी यही कहते रहे, परंतु कुछ भगवा कृत्य मिलते ही [जो अभी प्रमाणित भी नहीं हुए] भगवा आतंकवाद का नाम चस्पा कर दिया!!!!!!चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-32342862505782370722011-07-14T23:01:32.493+05:302011-07-14T23:01:32.493+05:30.गोदियाल जी इस विषय पर बहस करके हम अपना समय नष्ट क....गोदियाल जी इस विषय पर बहस करके हम अपना समय नष्ट कर रहे हैं |मुझे तो लगता है अब खून का रंग सफ़ेद हो गया है |Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-14279430932387880512011-07-14T22:40:52.101+05:302011-07-14T22:40:52.101+05:30आतंक का भी कोई धर्म, कोई मजहब या कोई चेहरा होता है...आतंक का भी कोई धर्म, कोई मजहब या कोई चेहरा होता है?शूरवीर रावतhttps://www.blogger.com/profile/14313931009988667413noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-54771400227527197322011-07-14T21:27:38.333+05:302011-07-14T21:27:38.333+05:30भाई जी,कहीं न कहीं हम सब दोषी हैं ... किसी न किसी ...भाई जी,कहीं न कहीं हम सब दोषी हैं ... किसी न किसी रूप में ..?अशोक सलूजाhttps://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-6103371013993111532011-07-14T21:12:45.821+05:302011-07-14T21:12:45.821+05:30यह सब देख कर मन तो दुखी हो गया, करें तो क्या करें।...यह सब देख कर मन तो दुखी हो गया, करें तो क्या करें।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-30915342938174100542011-07-14T20:53:07.148+05:302011-07-14T20:53:07.148+05:30जिनको समझना चाहिए वो आँख और कान बंद किये बैठे हैं ...जिनको समझना चाहिए वो आँख और कान बंद किये बैठे हैं ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-46864123460918479652011-07-14T20:18:29.419+05:302011-07-14T20:18:29.419+05:30हम अपने पैरों पर खुद ही कुल्हाड़ी मार रहे हैं .
जा...हम अपने पैरों पर खुद ही कुल्हाड़ी मार रहे हैं .<br />जाने यह बात कब समझ आएगी .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-81383448490048724512011-07-14T20:06:25.251+05:302011-07-14T20:06:25.251+05:30ऐसे लटकाने के लिए बहुत बड़ा कलेजा चाहिए
देश के दुश...<b>ऐसे लटकाने के लिए बहुत बड़ा कलेजा चाहिए</b><br /><br />देश के दुश्मनों के लिए काम करने वाले ग़द्दारों को चुन चुन कर ढूंढने की ज़रूरत है और उन्हें सरेआम चैराहे पर फांसी दे दी जाए। चुन चुन कर ढूंढना इसलिए ज़रूरी है कि आज ये हरेक वर्ग में मौजूद हैं। इनका नाम और संस्कृति कुछ भी हो सकती है, ये किसी भी प्रतिष्ठित परिवार के सदस्य हो सकते हैं। पिछले दिनों ऐसे कई आतंकवादी भी पकड़े गए हैं जो ख़ुद को राष्ट्रवादी बताते हैं और देश की जनता का धार्मिक और राजनैतिक मार्गदर्शन भी कर रहे थे। सक्रिय आतंकवादियों के अलावा एक बड़ी तादाद उन लोगों की है जो कि उन्हें मदद मुहैया कराते हैं। मदद मुहैया कराने वालों में वे लोग भी हैं जिन पर ग़द्दारी का शक आम तौर पर नहीं किया जाता।<br />‘लिमटी खरे‘ का लेख इसी संगीन सूरते-हाल की तरफ़ एक हल्का सा इशारा कर रहा है.<br /><a href="http://ahsaskiparten.blogspot.com/2011/07/ghaddar.html" rel="nofollow">ग़द्दारों से पट गया हिंदुस्तान Ghaddar </a>DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-57405143029833208992011-07-14T20:04:29.934+05:302011-07-14T20:04:29.934+05:30यहां ऐसा नहीं होगा क्योंकि यहां किसी राजनीतिबाज और...यहां ऐसा नहीं होगा क्योंकि यहां किसी राजनीतिबाज और अफसर के सम्बन्धी इन धमाकों में नहीं मारे जाते. कोई आम आदमी टपका देगा तो उसे जरूर सूली चढ़ा दिया जायेगा.. युवराज कह ही चुके हैं कि ये सब तो चलता रहता है.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.com