tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post6131618009755288720..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : बनाने वाले ने हमें भी अगर, ऐसा ऐ काश बनाया होतापी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-71486220211394573932013-07-31T14:36:35.457+05:302013-07-31T14:36:35.457+05:30बर्ट जी ढेर हुए, व्यंग्य पंक्तियां ऐसी
हाथ की मा...बर्ट जी ढेर हुए, व्यंग्य पंक्तियां ऐसी<br />हाथ की मारीचिका भारतभूमि प्यासीHarihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-89834501636178726222013-07-31T14:25:44.738+05:302013-07-31T14:25:44.738+05:30व्यंग्य पूर्ण मजेदार प्रस्तुति।।।व्यंग्य पूर्ण मजेदार प्रस्तुति।।।Ankur Jainhttps://www.blogger.com/profile/17611511124042901695noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-45149856496710361212013-07-31T13:28:50.719+05:302013-07-31T13:28:50.719+05:30चाटुकारों की इक पूरी फ़ौज,चरण वन्दना में लींन होती...चाटुकारों की इक पूरी फ़ौज,चरण वन्दना में लींन होती,<br />कहीं भी बेधड़क घुसने का,हमारा भी पास बनाया होता ...<br /><br />क्या बात है गौदियाल जी ... किस पे इशारा है आज ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-72156329086706008602013-07-31T11:57:38.472+05:302013-07-31T11:57:38.472+05:30रोचक ...पर बात तो प्रासंगिक है आज के दौर में ....रोचक ...पर बात तो प्रासंगिक है आज के दौर में .... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-31845315681865913782013-07-31T11:00:27.476+05:302013-07-31T11:00:27.476+05:30अजब गजब ख्वाहिशें :):)अजब गजब ख्वाहिशें :):)संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-724242708164404622013-07-31T05:52:41.497+05:302013-07-31T05:52:41.497+05:30गोरी गोरी सास के सपने
सपने किसके हुए अपने ।गोरी गोरी सास के सपने<br />सपने किसके हुए अपने ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-8906837720795443312013-07-31T02:43:15.189+05:302013-07-31T02:43:15.189+05:30रविकर जी की की सलीह ठीक लग रही है -
(अपना)समय गया ...रविकर जी की की सलीह ठीक लग रही है -<br />(अपना)समय गया वह बीत,पुत्र का हित अब सोचो <br />बेटा उनके हाथ सौंप ,निज आश्रय खोजो !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-43355891436891578612013-07-30T20:52:24.572+05:302013-07-30T20:52:24.572+05:30हास्य की सुन्दरतम अभिव्यक्ति ,
वाह वाह वाह
एक शा...हास्य की सुन्दरतम अभिव्यक्ति ,<br />वाह वाह वाह <br /><br /><a href="http://drakyadav.blogspot.in/" rel="nofollow">एक शाम संगम पर {नीति कथा -डॉ अजय }</a>Dr ajay yadavhttps://www.blogger.com/profile/17231136774360906876noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-76522998849806073192013-07-30T18:20:03.849+05:302013-07-30T18:20:03.849+05:30:) :)
Fantastic, Sir !
:) :)<br />Fantastic, Sir !<br />पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-55605001108305417852013-07-30T18:16:54.839+05:302013-07-30T18:16:54.839+05:30पूर्व जन्म के पुन्न से बनाता ऐसा जोग
लगा रहे पूंजी...पूर्व जन्म के पुन्न से बनाता ऐसा जोग<br />लगा रहे पूंजीपति किसम किसम के भोग<br />किसम किसम के भोग भाग जग जाते अपने <br />गजब गुदगुदी नींद, नींद में मीठे सपने<br />मीठे सपने देख रहे सासू के प्यारे <br />उनकी दुनिया और रहे वे जग से न्यारे Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-23402448536638593432013-07-30T16:14:57.362+05:302013-07-30T16:14:57.362+05:30गोरी गोरी पर्तों में काले दाग जमे रहते हैं,
प्यार ...गोरी गोरी पर्तों में काले दाग जमे रहते हैं,<br />प्यार तो घर का ही, सब सहमे रहते हैं। प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-51449144260808134202013-07-30T16:06:37.064+05:302013-07-30T16:06:37.064+05:30खोजो शाला इक बड़ी, पढ़ते जहाँ अमीर |
मनचाहा साथी चु...खोजो शाला इक बड़ी, पढ़ते जहाँ अमीर |<br />मनचाहा साथी चुनो, सुन राँझे इक हीर |<br />सुन राँझे इक हीर, चीर कर दिखा कलेजा |<br />सुना घरेलू पीर, रोज खा उसका भेजा |<br />प्रथम पुरुष को पाय, लगाए दिल वह बाला |<br />समय गया पर बीत, पुत्र हित खोजो शाला ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-64773439019980081442013-07-30T15:26:05.363+05:302013-07-30T15:26:05.363+05:30बनाने वाले ने हमें भी अगर, ऐसा ऐ काश बनाया होता,
क...बनाने वाले ने हमें भी अगर, ऐसा ऐ काश बनाया होता,<br />किसी यूरोप की मेम को, हमारी भी सास बनाया होता।<br /><br />हा हा हा....इस जन्म में तो दिल के अरमाँ आसुंओं मे ही बहते दिखै सैं मन्नै तो.:)<br /><br />पर अगले जन्म में आपकी यह आरजू अवश्य पूरी होगी, इति बाबा वचनम.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-8846430109975616592013-07-30T15:19:38.578+05:302013-07-30T15:19:38.578+05:30बात तो शतप्रतिशत सही कही है !!बात तो शतप्रतिशत सही कही है !!पूरण खण्डेलवालhttps://www.blogger.com/profile/04860147209904796304noreply@blogger.com