tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post7322981750050751771..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : आ जाओ क्रिस, अब आ भी जाओ !पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-22933999183899047562009-12-30T11:07:33.926+05:302009-12-30T11:07:33.926+05:30ghazab bhaai godiyaalji laazawaab!!!ghazab bhaai godiyaalji laazawaab!!!Murari Pareekhttps://www.blogger.com/profile/16625386303622227470noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-34081203646482710982009-12-29T10:44:50.921+05:302009-12-29T10:44:50.921+05:30बहुत दिनों से कुछ लिखा नहीं आपने?बहुत दिनों से कुछ लिखा नहीं आपने?डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-24088892798158322822009-12-29T10:44:21.336+05:302009-12-29T10:44:21.336+05:30गोदियाल जी.... नमस्कार.... कैसे हैं आप?गोदियाल जी.... नमस्कार.... कैसे हैं आप?डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-13696896180967578592009-12-28T17:15:58.330+05:302009-12-28T17:15:58.330+05:30क्रिसमस पर एक अच्छी कविता...!
क्रिसमस की बधाइयाँ,...क्रिसमस पर एक अच्छी कविता...!<br /><br />क्रिसमस की बधाइयाँ,गोदियाल साहब..!Dr. Shreesh K. Pathakhttps://www.blogger.com/profile/09759596547813012220noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-62121086673908179152009-12-28T13:12:25.797+05:302009-12-28T13:12:25.797+05:30सार्थक प्रस्तुतिसार्थक प्रस्तुतिअजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-80396671247403540382009-12-26T19:55:18.200+05:302009-12-26T19:55:18.200+05:30सर्वत्र तुम्ही विद्यमान हो, वो चाहे
मंदिर हो,मस्जि...सर्वत्र तुम्ही विद्यमान हो, वो चाहे<br />मंदिर हो,मस्जिद, चर्च अथवा गुरुद्वारे हो !<br />आ जाओ क्रिस, अब आ भी जाओ,<br />तुम इस जग के रखवारे हो ! !<br />बहुत सुन्दर सन्देश देती रचना बधाईनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-20594312632953381622009-12-25T06:03:43.500+05:302009-12-25T06:03:43.500+05:30सलीब पर लटके क्रिश को वर्तमान जगत की निर्ममता की ...सलीब पर लटके क्रिश को वर्तमान जगत की निर्ममता की ओर इशारा करती कविता ...<br />आभार ...!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-78323641797265603192009-12-25T02:43:11.822+05:302009-12-25T02:43:11.822+05:30सब जगह तुम..........
मंदिर हो ,मस्जिद,चर्च या गुरु...सब जगह तुम..........<br />मंदिर हो ,मस्जिद,चर्च या गुरुद्वार हो .<br /><br />मानवता का दस्तावेज है आपका लेखन , सिर्फ कविता नहीं .RAJ SINHhttps://www.blogger.com/profile/01159692936125427653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-70536013756359141242009-12-25T02:43:02.677+05:302009-12-25T02:43:02.677+05:30सब जगह तुम..........
मंदिर हो ,मस्जिद,चर्च या गुरु...सब जगह तुम..........<br />मंदिर हो ,मस्जिद,चर्च या गुरुद्वार हो .<br /><br />मानवता का दस्तावेज है आपका लेखन , सिर्फ कविता नहीं .RAJ SINHhttps://www.blogger.com/profile/01159692936125427653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-15108055277043812692009-12-24T23:07:44.610+05:302009-12-24T23:07:44.610+05:30नैतिकता ने दम तोड़ दिया कबके,
मानवीय मूल्य सबका ह्...नैतिकता ने दम तोड़ दिया कबके,<br />मानवीय मूल्य सबका ह्रास हो गया !<br />झूट की देहरी जगमग-जगमग,<br />दबा सच का आँगन कहीं घास हो गया !!<br /><br />आज के परिवेश की स्थिति को समेटती हुई बहुत बढ़िया कविता..गोदियाल जी बहुत बढ़िया प्रस्तुति..विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-10180237946281154202009-12-24T22:30:34.793+05:302009-12-24T22:30:34.793+05:30बेहद सटीक और सामयिक कविता. शुभकामनाएं.
रामराम.बेहद सटीक और सामयिक कविता. शुभकामनाएं.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-17577538179938147392009-12-24T21:26:19.188+05:302009-12-24T21:26:19.188+05:30भाई-भाई का दुश्मन बन बैठा,
बेटा, बाप को लूटने की फ...भाई-भाई का दुश्मन बन बैठा,<br />बेटा, बाप को लूटने की फिराक में है!<br />माँ कलयुग को कोसे जा रही,<br />बेटी घर से भागने की ताक में है !!<br />बिलकुल सच लिखा आप ने धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-82843682131431544722009-12-24T19:56:17.208+05:302009-12-24T19:56:17.208+05:30कटाक्ष के साथ .... अच्छी लगी यह रचना....
मेरी क्र...कटाक्ष के साथ .... अच्छी लगी यह रचना....<br /><br />मेरी क्रिसमस....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-32230735013443727192009-12-24T19:20:19.615+05:302009-12-24T19:20:19.615+05:30लोर्ड क्रिस अब उतर भी आओ,
चहुँ ओर पाप का अन्धेरा घ...लोर्ड क्रिस अब उतर भी आओ,<br />चहुँ ओर पाप का अन्धेरा घनघोर छा गया है !<br />यह आपके लटकने का वक्त नहीं,<br />अपितु पापियों को लटकाने का वक्त आ गया है !!<br /><br />क्रिसमस की बधाई!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-25552872334679024672009-12-24T17:30:11.646+05:302009-12-24T17:30:11.646+05:30गोदियाल साहब,
क्या लिखा है....
इस आह्वान पर कौन न ...गोदियाल साहब,<br />क्या लिखा है....<br />इस आह्वान पर कौन न दौड़ कर आएगा...<br />आज की रात ही यह ख्रिस कहीं न कहीं जनम जाएगा...!!<br /><br />बहुत ही भावमयी कविता...ह्रदय को आंदोलित कर गई....स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-65045116035146132482009-12-24T17:21:04.670+05:302009-12-24T17:21:04.670+05:30Man ko chhoo jaane waalee abhivyakti.
--------
अ...Man ko chhoo jaane waalee abhivyakti.<br /><br /><br />--------<br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">अंग्रेज़ी का तिलिस्म तोड़ने की माया।</a><br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">पुरुषों के श्रेष्ठता के 'जींस' से कैसे निपटे नारी?</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-10309140198802788212009-12-24T17:06:42.409+05:302009-12-24T17:06:42.409+05:30लोर्ड क्रिस अब उतर भी आओ,
चहुँ ओर पाप का अन्धेरा घ...लोर्ड क्रिस अब उतर भी आओ,<br />चहुँ ओर पाप का अन्धेरा घनघोर छा गया है !<br />यह आपके लटकने का वक्त नहीं,<br />अपितु पापियों को लटकाने का वक्त आ गया है !!<br /><br />मुझे भी यही लगता है, गोदियाल जी।<br />सही समय पर सही रचना। बधाई।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-15153128158575426612009-12-24T16:54:44.093+05:302009-12-24T16:54:44.093+05:30दौलत और सोहरत की चकाचौंध में,
सभ्यता निःवस्त्र घूम...दौलत और सोहरत की चकाचौंध में,<br />सभ्यता निःवस्त्र घूम रही है !<br />संस्कृति बचाती लाज फिर रही,<br />बेशर्मी शिखर को चूम रही है !!<br />aaj ke yatharth par badhiya kataksh.vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-63281763081004142372009-12-24T16:51:38.646+05:302009-12-24T16:51:38.646+05:30गौदियाल साहब ......... आपका HAPPY CHRISTMAS का अंद...गौदियाल साहब ......... आपका HAPPY CHRISTMAS का अंदाज़ बहुत भाया .......... CHRIS KO बुला भी लिया और कटाक्ष भी कर दिया .........दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-91108276950448103222009-12-24T16:48:07.196+05:302009-12-24T16:48:07.196+05:30संस्कृति बचाती लाज फिर रही,
बेशर्मी शिखर को चूम रह...संस्कृति बचाती लाज फिर रही,<br />बेशर्मी शिखर को चूम रही है !!<br />यथार्थ चित्रण -- भावपूर्णM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-81947796232694966582009-12-24T16:45:42.028+05:302009-12-24T16:45:42.028+05:30कटाक्ष करती हुई एक बढ़िया सामयिक पोस्ट है।
बहुत बहु...कटाक्ष करती हुई एक बढ़िया सामयिक पोस्ट है।<br />बहुत बहुत बधाई गोदियाल जी।<br /><br />भाई-भाई का दुश्मन बन बैठा,<br />बेटा, बाप को लूटने की फिराक में है!<br />माँ कलयुग को कोसे जा रही,<br />बेटी घर से भागने की ताक में है !!परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-12889354831442885282009-12-24T16:30:59.595+05:302009-12-24T16:30:59.595+05:30"दौलत और सोहरत की चकाचौंध में,
सभ्यता निःवस्त...<b>"दौलत और सोहरत की चकाचौंध में,<br />सभ्यता निःवस्त्र घूम रही है !<br />संस्कृति बचाती लाज फिर रही,<br />बेशर्मी शिखर को चूम रही है !!"</b><br /><br />बहुत ही सुन्दर गोदियाल जी!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.com