tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post7657457265315751743..comments2024-03-14T14:34:56.362+05:30Comments on 'परचेत' : सुखांतकी !पी.सी.गोदियाल "परचेत"http://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-42887026869639105772012-02-22T16:46:26.238+05:302012-02-22T16:46:26.238+05:30कि क्या उचित है तब, जब
रंगकर्मी ही तंग आ जाए
क...कि क्या उचित है तब, जब <br />रंगकर्मी ही तंग आ जाए <br />किरदार निभाते-निभाते;<br />समर्पण अथवा परित्याग ? <br /><br />यक्ष प्रश्न है... कई बार उठता है.संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-20101942001644394622012-02-22T15:56:18.592+05:302012-02-22T15:56:18.592+05:30मुंह बायें खडा यक्ष-प्रश्न
मन उद्द्वेलित कर जा...मुंह बायें खडा यक्ष-प्रश्न <br />मन उद्द्वेलित कर जाता है; <br />कि क्या उचित है तब, जब <br />रंगकर्मी ही तंग आ जाए <br />किरदार निभाते-निभाते;<br />समर्पण अथवा परित्याग ? <br /><br /><br />इस भावपूर्ण रचना के लिए बधाई स्वीकारें<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-83209529970858294072012-02-22T15:46:27.087+05:302012-02-22T15:46:27.087+05:30बहुत सुन्दर गंभीर और सार्थक रचना...
सादरबहुत सुन्दर गंभीर और सार्थक रचना...<br />सादरS.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-16715742967686639192012-02-22T12:26:03.493+05:302012-02-22T12:26:03.493+05:30किरदार निभाते-निभाते;
समर्पण अथवा परित्याग ?
gaha...किरदार निभाते-निभाते;<br />समर्पण अथवा परित्याग ? <br />gahan sunder abhivyakti ...Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-22887627222145851192012-02-22T12:18:24.109+05:302012-02-22T12:18:24.109+05:30शेख पीर [अरे वही- अपने शेक्सपीयर] से प्रेरणा लेकर ...शेख पीर [अरे वही- अपने शेक्सपीयर] से प्रेरणा लेकर लिखी गई सुंदर कविता के लिए बधाई :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-48720863651127193142012-02-22T12:00:52.208+05:302012-02-22T12:00:52.208+05:30वाह ...बहुत ही अनुपम भाव संयोजन ।वाह ...बहुत ही अनुपम भाव संयोजन ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-55104785201104561892012-02-22T01:55:51.091+05:302012-02-22T01:55:51.091+05:30कोई कुशल और कोई अकुशल... कर्म जारी रहना चाहिए बस। ...कोई कुशल और कोई अकुशल... कर्म जारी रहना चाहिए बस। बढिय़ा रचना।लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-83368328821440359812012-02-22T00:46:50.159+05:302012-02-22T00:46:50.159+05:30गहन अभिव्यक्ति ...गहन अभिव्यक्ति ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-81619534367408727402012-02-21T22:44:26.868+05:302012-02-21T22:44:26.868+05:30सुख की चाह, रही सब मन में..सुख की चाह, रही सब मन में..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-64804347975787882472012-02-21T21:29:37.857+05:302012-02-21T21:29:37.857+05:30मगर कभी-कभी कम्वक्त
मुंह बायें खडा यक्ष-प्रश्न
...मगर कभी-कभी कम्वक्त<br />मुंह बायें खडा यक्ष-प्रश्न <br />मन उद्द्वेलित कर जाता है; ... कभी कभी नहीं , कई बाररश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1061352642193126435.post-41581352149997843422012-02-21T19:25:38.074+05:302012-02-21T19:25:38.074+05:30अजीब रंगमंच है ये भी जिसके निर्देशक के बारे में को...अजीब रंगमंच है ये भी जिसके निर्देशक के बारे में कोई नहीं जानता..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.com