आज भोर पर जब
मैं घर से बाहर आया ,
तो देखा कि
चहु ओर घना कुहरा है छाया !
तभी मुझे नजर आया
गली में सामने से पड़ोसी मिश्रा जी
इधर से उधर आ रहे थे,
अपनी बिल्डिंग से
पड़ोसन की बिल्डिंग को लाल धागे से
बार-बार बांधे जा रहे थे !
कौतुहलबश
मैंने भी हिला दिए अपने लिप्स !
जबाब में वे बोले कि
उनके राशिफल में लिखा है;
"दिस इज अ गुड डे फॉर बिल्डिंग रिलेशनशिप्स" !!.
मैं घर से बाहर आया ,
तो देखा कि
चहु ओर घना कुहरा है छाया !
तभी मुझे नजर आया
गली में सामने से पड़ोसी मिश्रा जी
इधर से उधर आ रहे थे,
अपनी बिल्डिंग से
पड़ोसन की बिल्डिंग को लाल धागे से
बार-बार बांधे जा रहे थे !
कौतुहलबश
मैंने भी हिला दिए अपने लिप्स !
जबाब में वे बोले कि
उनके राशिफल में लिखा है;
"दिस इज अ गुड डे फॉर बिल्डिंग रिलेशनशिप्स" !!.
ha ha ha
ReplyDeleteगुड रिलेशनशिप
ReplyDeleteहा हा हा
एक लाल धागे से भविष्य फ़लित हो गया
मजेदार
ReplyDeleteओहोहो...कमाल का तरीका निकाला रिलेशन शिप बिल्ड करने का.:) बहुत जोरदार.
ReplyDeleteरामराम.
भईया बनारस तो नहीं पहुच गयें थे आप ।
ReplyDeleteगोदियाल जी मै ही तो था जो प्रीत की डोरी बांध रहा था .... उस समय कुहरा था ... हा हा . बेहतरीन रचना प्रस्तुति के लिए आभार.
ReplyDeleteha ha ....achchaa hai building love badhegaa girengi to sath sath
ReplyDeleteवाह-वाह। वाह-वाह। हंसी थम ही नहीं रही है।
ReplyDeleteई तो बिना फ़ौंडेसन के है जी :)
ReplyDeleteहा हा हा ! मजेदार !
ReplyDeleteआज से हम भी दूसरों के राशिफल देखने लगते हैं।
वैसे अपना तो कभी देखा नहीं।
हा हा हा शुभकामनायें
ReplyDeleteगुरू मान गए। क्या बात निकालकर लाएं हैं। इसको कहते हैं कुछ नया कर गुजर जाना।
ReplyDeleteबिल्डिंग रिलेशनशिप्स बहुत खुब. मजेदार जी
ReplyDeleteबहुत मजेदार.....
ReplyDeleteराखी के धागों से बढ़िया रेलेशलशिप बनाया है!
ReplyDeleteलाल धागा ... येन बद्धो बलीराजा दानेन्द्रो महाबला ........
ReplyDeleteहा हा! मजेदार रिलेशनशिप
ReplyDeleteवाहृ-वाह
ReplyDeleteबढ़िया है अनोखा है
बहुत ही नायाब
संबंध बांघने का तरीका है...
bahut badiya...khushi hui padh kar :)
ReplyDeletehahaha........bahut mazedar.
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