आपने दुर्घटना देखी हो, न देखी हो,
कानून को सोच-समझकर ही ब्यान दें,
तलवारों का काम ही काटना होता है,
जरुरत के हिसाब से ही उन्हें म्यान दें,
थिरुवल्लर थिरुमति,भाभीजी घर पर हैं,
बस,इतनी सी अहमियत उन्हें श्रीमान दें,
अगले स्टेशन पर यह गाड़ी रुके न रुके,
उतरने वाले सभी यात्रीगण कृपया ध्यान दें।
No comments:
Post a Comment