...............नमस्कार, जय हिंद !....... मेरी कहानियां, कविताएं,कार्टून गजल एवं समसामयिक लेख !
महात्मा है ना | दिख ना रिया का? हा हा | बढ़िया |
🙏🙏
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बहुत सुंदर
ये सच है, तुम्हारी बेरुखी हमको, मानों कुछ यूं इस कदर भा गई, सावन-भादों, ज्यूं बरसात आई, गरजी, बरसी और बदली छा गई। मैं तो कर रहा था कबसे तुम...
महात्मा है ना | दिख ना रिया का? हा हा | बढ़िया |
ReplyDelete🙏🙏
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ReplyDeleteबहुत सुंदर
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