...............नमस्कार, जय हिंद !....... मेरी कहानियां, कविताएं,कार्टून गजल एवं समसामयिक लेख !
महात्मा है ना | दिख ना रिया का? हा हा | बढ़िया |
🙏🙏
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बहुत सुंदर
हमेशा झूमते रहो सुबह से शाम तक, बोतल के नीचे के आखिरी जाम तक, खाली हो जाए तो भी जीभ टक-टका, तब तलक जीभाएं, हलक आराम तक। झूमती जिंदगी, तुम क्...
महात्मा है ना | दिख ना रिया का? हा हा | बढ़िया |
ReplyDelete🙏🙏
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ReplyDeleteबहुत सुंदर
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