Friday, November 18, 2016

कार्टून कुछ बोलता है ; नाम बड़े और दर्शन छोटे !




2 comments:

  1. कजरी बेचारा ... अब पुलिस दिल्ली की उसे दे दो फिर देखो ... लगी हुयी लाइनें भी न तुडवा दे तो कजरी नहीं ...

    ReplyDelete

वक्त की परछाइयां !

उस हवेली में भी कभी, वाशिंदों की दमक हुआ करती थी, हर शय मुसाफ़िर वहां,हर चीज की चमक हुआ करती थी, अतिथि,आगंतुक,अभ्यागत, हर जमवाडे का क्या कहन...