तु ये यकीं रख, उस दिन
सब कुछ ठीक हो जायेगा,
जिस दिन, जिंदगी का
परीक्षा-पत्र 'लीक' हो जायेगा।
...............नमस्कार, जय हिंद !....... मेरी कहानियां, कविताएं,कार्टून गजल एवं समसामयिक लेख !
उस हवेली में भी कभी, वाशिंदों की दमक हुआ करती थी, हर शय मुसाफ़िर वहां,हर चीज की चमक हुआ करती थी, अतिथि,आगंतुक,अभ्यागत, हर जमवाडे का क्या कहन...
सही कहा।
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