Tuesday, July 17, 2012

कार्टून कुछ बोलता है - गरिमा का भी घोटाला !


9 comments:

  1. बेशर्मों को शर्म कहां आई है ... सटीक निशाना ...

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  2. उत्कृष्ट प्रस्तुति बुधवार के चर्चा मंच पर ।।

    आइये-

    सादर ।।

    आदरणीय पाठक गण !!

    किसी भी लिंक पर टिप्पणी करें ।

    सम्बंधित पोस्ट पर ही उसे पेस्ट कर दिया जायेगा 11 AM पर-

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  3. आती है उनको शर्म
    पर वो दिखाते नहीं हैं
    जाती है जब उनकी
    शर्म बताती नहीं हैं !!
    बहुत खूब !!!

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  4. कम शरमाना भी घोटाला ही है।

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  5. ये शर्म क्या होती है?

    रामराम.

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  6. [co="red"]ताऊ जी , आज के परिपेक्ष में काफी जटिल सवाल आपने पूछा है ! नेट पर सर्च करता हूँ, कहीं मुकम्मल जबाब मिला तो दूंगा :)[co/]

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  7. शर्म क्या चीज़ होती है...

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मौन-सून!

ये सच है, तुम्हारी बेरुखी हमको, मानों कुछ यूं इस कदर भा गई, सावन-भादों, ज्यूं बरसात आई,  गरजी, बरसी और बदली छा गई। मैं तो कर रहा था कबसे तुम...