Saturday, August 2, 2014

कार्टून कुछ बोलता है : संसद को बंदरों से बचाने का अनोखा तरीका !


5 comments:

वक्त की परछाइयां !

उस हवेली में भी कभी, वाशिंदों की दमक हुआ करती थी, हर शय मुसाफ़िर वहां,हर चीज की चमक हुआ करती थी, अतिथि,आगंतुक,अभ्यागत, हर जमवाडे का क्या कहन...