...............नमस्कार, जय हिंद !....... मेरी कहानियां, कविताएं,कार्टून गजल एवं समसामयिक लेख !
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वक्त की परछाइयां !
उस हवेली में भी कभी, वाशिंदों की दमक हुआ करती थी, हर शय मुसाफ़िर वहां,हर चीज की चमक हुआ करती थी, अतिथि,आगंतुक,अभ्यागत, हर जमवाडे का क्या कहन...

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स्कूटर और उनकी पत्नी स्कूटी शहर के उत्तरी हिस्से में सरकारी आवास संस्था द्वारा निम्न आय वर्ग के लोगो के लिए ख़ासतौर पर निर्म...
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कल मेरे ब्लॉग पर एक टिप्पणीकार ने निम्नलिखित टिपण्णी दी , तो सोचा क्यों न उनकी ख्वाइश के मुताविक आज मैं भी एक अच्छी पोस्ट लिख डालूँ ; Kumar ...
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पता नहीं , कब-कहां गुम हो गया जिंदगी का फ़लसफ़ा, न तो हम बावफ़ा ही बन पाए और ना ही बेवफ़ा।
bilkul saath hain...
ReplyDeleteबहुत ही दमदार कार्टून, बेहतरीन, समय आ ही गया है.
ReplyDeleteरामराम.
सही बात कही आपने, मेरी टिप्पणी पोस्ट होने तक अन्ना रिहा हो जायेंगे
ReplyDeleteबहुत बढिया।
ReplyDeleteएकदम सटीक!
ReplyDeleteबहुत बढ़िया!
ReplyDeleteआज का चर्चा मंच भी देख लें!
कार्टून कुछ बोलता है-हसनअली को बेल, अन्ना को जेल !
ReplyDeletekm shabdon main bahut kuchh byan hota hai...
बहुत सुन्दर सटीक....
ReplyDeleteवाह बेहतरीन !!!!
ReplyDeleteजय हो अन्ना की
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पर... आगे आगे देखिए होता है क्या?
ReplyDeleteये तो सचमें बहुत कुछ बोल रहा है ....
ReplyDeleteसरकार को छील दिया है आपने ... वैसे वो इसी लायक हैं ...