
...............नमस्कार, जय हिंद !....... मेरी कहानियां, कविताएं,कार्टून गजल एवं समसामयिक लेख !
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मौन-सून!
ये सच है, तुम्हारी बेरुखी हमको, मानों कुछ यूं इस कदर भा गई, सावन-भादों, ज्यूं बरसात आई, गरजी, बरसी और बदली छा गई। मैं तो कर रहा था कबसे तुम...
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नोट: फिलहाल टिप्पणी सुविधा मौजूद है! मुझे किसी धर्म विशेष पर उंगली उठाने का शौक तो नहीं था, मगर क्या करे, इन्होने उकसा दिया और मजबूर कर द...
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हो गया...
ReplyDeleteहा हा जोरदार प्रस्तुति....आभार
ReplyDeleteहा हा हा।
ReplyDeleteहा हा ....कार्टून का साइज़ थोड़ा बड़ा करके लगाना था ..
ReplyDeleteहो ही गये।
ReplyDeleteहा हा हा.....
ReplyDeleteजब भी इलेक्शन हो तो रिज़ल्ट ऐसा ही होना चाहिए, जो भी पार्टी जीते उसे पूर्ण बहुत अवश्य मिलना चाहिए, वर्ना नेता भ्रष्टाचारियों से दलाल की भूमिका में आजाते हैं.
बे ’चारा’ हुआ तो बढिया हुआ, दुसरो को भी चारा मिल जायेगा.:)
ReplyDeleteसुंदर और सटीक कार्टून, प्रणाम.
रामराम.
ha ha ha ha ha.......
ReplyDeletesateek
गोदियाल जी ;
ReplyDeleteमुनाली की सैर के बाद लिखी आपकी रचनाएं अभी देखीं ,सबमें आपने हकीकत बयानी की है.लालू पर कार्टून भी सटीक लगाया है.
मेरे ब्लाग पर आपकी व्यक्त राय भी उपयुक्त है.
आप अभी तक पूर्ण स्वस्थ नहीं हैं यह ज्ञात होकर चिंता हुयी. आप जो भी इलाज कर रहे हैं उसके साथ -साथ एक स्तुति सुबह -शाम कर लें तो शीघ्र लाभ होगा ,आपके ई .मेल पर भेज रहे हैं.
सटीक ... हो गया अब तो जो होना था .
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