तीन-तीन गुलामियों का
यही तो सबसे बडा राज है
जो देशभर की सडकों पर
दिखाई दे रहा आज है।
राष्ट्रहित मे खुद को,
मिटा दिया था कुछ फौलदों ने,
मगर, गुड-गोबर एक कर दिया,
जयचंद की औलादों ने।।
इसलिए, जागो सोने वालों, जागो!
...............नमस्कार, जय हिंद !....... मेरी कहानियां, कविताएं,कार्टून गजल एवं समसामयिक लेख !
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वक्त की परछाइयां !
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