Thursday, December 29, 2011

अभिलाषा मेरी !


अगर ऐसा होवे नए साल में,
मिले न काला कहीं दाल में, 

जंगलराज भी ख़त्म हो जाए,
कोई गधा न घूमें शेरखाल में।

अंधा चुने न ठग काने वाले

शठ बहेलिया न दाना डाले,
पंछी फंसें न किसी जाल में,
काश ! ऐसा होवे नए साल में।


दीप प्रज्वलित हो बुद्धि-ज्ञान का,
प्राबल्य विनाश हो अभिमान का,
बैठा न अब उलूक डाल-ड़ाल में, 

अगर ऐसा होवे नए साल में

हर जन की ये ही तमन्ना होए,
भूखे पेट कोई जन ना सोए,
जिये न कभी कोई बदहाल में ,
काश ! ऐसा होवे नए साल में।


लूट-खसौट न कहीं रहे साधना,
भारतीयता की बची रहे भावना,
देश सलामत रहेगा हर हाल में, 

अगर ऐसा होवे नए साल में।  

13 comments:

  1. काश, ऐसा होवे!

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  2. बहुत ही खूबसूरत आह्वान । सच में आम आदमी के मन की बात । काश काश काश काश ..

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  3. काश ऐसा हो जाये……… नव वर्ष की शुभकामनाएँ

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  4. आप मौके पे चौका मारते हैं ... अभी कल ही सी इ गी ने दाल में १२०० करोर का घोटाला निकाला और आपने आज ही दाल की बात कर दी ... हा हा ... नया साल बहुत बहुत मुबारक हो गौदियाल जी ...

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  5. बहुत खूबसूरत आह्वान|
    आप को नव वर्ष की शुभकामनाएँ|

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  6. काश! ऐसा होवे .आप को नव वर्ष की शुभकामनाएँ

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  7. उम्मीद पर दुनिया कायम है ।
    शुभकामनायें ।

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  8. दीप प्रज्वलित हो बुद्धि-ज्ञान का,
    प्राबल्य विनाश हो अभिमान का,
    बैठा न हो उलूक डाल-ड़ाल में,
    काश! ऐसा होवे नए साल में।
    काश ऐसा हो जाए ,मुझे एक देश मिल जाए जहां आंकड़ों में सीमित न हो प्रगति ,खुले आम मिल सकें मुकेश और अनिल अम्बानी .धीरुभाई कलावती में फर्क न हो .मंद बुद्धि बालक कलावती का खाना न उडाए ,वोट के लिए कोई किसी को न बहकाए .काश ऐसा हो जाए .

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  9. काश आपकी इस कविता की तरह ही हो नया साल. ........नायर साल की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें.

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  10. bahut hi behtreen rachna nav varsh ki haardik bdhai....:)

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  11. नये वर्ष में सबका मंगल...

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  12. काश ऐसा हो पाए .....

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प्रश्न -चिन्ह ?

  पता नहीं , कब-कहां गुम हो  गया  जिंदगी का फ़लसफ़ा, न तो हम बावफ़ा ही बन पाए  और ना ही बेवफ़ा।