विदेश मंत्री कृष्णा ने संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत की बजाये पुर्तगाल के मंत्री का भाषण पढ़ा !
अरे, आलोचना करने के बजाय मेरा शुक्रिया अदा करो कि
मैंने पुर्तगाल के मंत्री का ही भाषण पढ़ा, वरना मेरे आगे टेबल पर
तो पाकिस्तान और चीन के मंत्रियों के भी भाषण पड़े हुए थे !
अरे, आलोचना करने के बजाय मेरा शुक्रिया अदा करो कि
मैंने पुर्तगाल के मंत्री का ही भाषण पढ़ा, वरना मेरे आगे टेबल पर
तो पाकिस्तान और चीन के मंत्रियों के भी भाषण पड़े हुए थे !
इससे पता चलता है की मंत्री जी देश का पैसा बिगाड़ कर सिर्फ भाषण की ओपचारिकता पूरी करने गए थे
ReplyDeleteएक ही उल्लु काफ़ी है :)
ReplyDeleteहा हा हा
ReplyDeleteइस देश में कुछ भी हो सकता है
युगल जी ने ठीक कहा.
ReplyDeleteहां भाई मेरी ओर से शुक्रीया ही, की पाकिस्तान और चीन का नहीं पढ़ा....इतने ही गैर जिम्मेवार है अपनी सरकार और उनके लोग..........
ReplyDeleteयूनान भी हमारी तरह सीधा साधा देश है।
ReplyDeleteचलिये ये तो पता चला कि भारत और यूनान में कितनी समानता है.
ReplyDeleteअजी यह अकल तो अपनी बेबे के पास छोड गया था,
ReplyDeleteएस.एम्.कृष्णासा : ने यूनान का नहीं पुर्तगाल का भाषण पढ़ा था.हमारे नेताओं को जल्दी बोलने की आदत होती है इसलिए बेचारे मंत्री जी जल्दी-जल्दी में पुर्तगाली भाषा बोलते हुए भी नहीं समझे की वह गलती कर रहे हैं.
ReplyDeleteगलती की तरफ ध्यान आकर्षित करने हेतु आपका आभार माथुर साहब. भूल सुधार कर दी !
ReplyDeleteमैं भी अपने विदेश मंत्री से कुछ कम नहीं :)
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा .....
ReplyDeletebahut badiya!!
ReplyDeleteकाम तो निबटा ही आए...
ReplyDeletebhai vaah.....
ReplyDeletekunwar ji,
भारत की नाक कटवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है!
ReplyDeleteबहुत दुःख होता है ऐसी घटनाओं से..... अफसोसजनक
ReplyDeleteये हैं हमारे देस के करणाधार :)
ReplyDeleteगोदियाल जी, पढ़ दिया ये क्या कम उपलब्धि है?
ReplyDeleteधन्य हैं "हमारे" नेताजी - वसुधैव कुटुम्बक!
ReplyDeleteलिपि रोमन थी सो पढ पाये - देवनागरी होती तब तो रह ही जाता।