Thursday, October 25, 2012

कार्टून कुछ बोलता है- एक नया योग !


8 comments:

  1. ye cartoon bahut kuch bol rha h...

    achcha yoga hain. :))

    ReplyDelete
  2. पूर्ती का इक अर्थ है, गुणन गुणा का काम ।
    फुर्ती से कर पूर्ती, दे मंत्री पैगाम।
    दे मंत्री पैगाम, रास्ता बड़ा बना लो ।
    छोटा सा इक पाथ, हमारे घर में ढालो ।
    पतली चलनी आज, मोटा सूप बिसूरती ।
    बाड्रा ना सलमान, हुआ बदनाम पूर्ती ।।

    ReplyDelete
  3. इन लोगों का राज अब पता चला.

    ReplyDelete
  4. कहां कहां से देखने के दि‍न आ गए, हे राम

    ReplyDelete
  5. संतुलन अतुलनीय ।

    ReplyDelete

वक्त की परछाइयां !

उस हवेली में भी कभी, वाशिंदों की दमक हुआ करती थी, हर शय मुसाफ़िर वहां,हर चीज की चमक हुआ करती थी, अतिथि,आगंतुक,अभ्यागत, हर जमवाडे का क्या कहन...