Thursday, November 8, 2012

शुभ दीपावली !










मेरे देश के नन्हे-मुन्नों, 
नौनिहालों !
वसूलों जितना भी  
त्यौहार मनाने का खर्च, 
अपने बड़े-बुजुर्गों एवं ,
मम्मी -पापा को पटाके !

मगर रखना ख्याल   
पर्यावरण का भी
अतएव  फूकना तुम  
सीमित मात्रा में ही पटाखे !! 

दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये आप सभी को !

12 comments:

  1. काश आपका मशविरा मान लें लोग..

    दीपोत्सव की मंगलकामनाएं.

    सादर
    अनु

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  2. जी ज़रूर ..... दीपावली की शुभकामनायें आपको भी

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  3. उम्‍मीद है बच्‍चे भी पढ़ेंगे :)

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  4. बहुत सही सलाह...दिवाली की शुभकामनायें!

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  5. सौ1 टकेै की एक बात!
    नेक सलाह, नेक बात!

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  6. सही बात कही आपने | पटाखों को तो अब ना ही कह देना चाहिए |

    दीपों का त्योहार यह, दीप से ही मनाओ;
    "ना" कहो पटाखों को, रोशन जहां कर जाओ |

    मेरी नई पोस्ट-बोलती आँखें

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  7. नेक सलाह ! काश की हर कोई पालन करता !बस एक दीया काफी है अँधेरा मिटाने को ,
    स:परिवार दीपावली की ढेरों बधाइयाँ एवं शुभकामनाएं.......

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  8. धन्यवाद | आपको और परिवार को दीपावली की शुभकामनाएं ... अगर हम बच्चों को अकेले पटाखें फूंकने ना दें, आनंद, प्रतिक, परंपरा, माहात्म्य, सेलिब्रेशन - यह सब अच्छा है, परन्तु इस प्रथा में बेरोकटोक, बेशर्मी, बदतमीज़ी, बेलगाम उपभोग जो होता चला है, सरकार के किसी ठोस निती नियम अभाव में थोड़ी बहुत समजदारी मातापिता ही अपने सर पर प्रकट कर, बच्चों के साथ मर्यादा नागरिकोत्तम बनकर, सिलेक्टेड पटाखे फूंके .... सभ्यता के लिए एक अच्छा कदम होगा | पुन: सबको शुभकामनाएं और प्रणाम |

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  9. सुन्दर.
    इस साल टोटल बैन कैसा रहेगा !

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  10. अब धरती से मेट दो, अन्धकार का नाम।
    मन का दीपक बाल लो, करलो ये शुभकाम।।

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  11. सार्थक संदेश ... दीपावली की शुभकामनायें

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  12. आप सबको भी बहुत बधाई, दीवाली की।

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प्रश्न -चिन्ह ?

  पता नहीं , कब-कहां गुम हो  गया  जिंदगी का फ़लसफ़ा, न तो हम बावफ़ा ही बन पाए  और ना ही बेवफ़ा।