...............नमस्कार, जय हिंद !....... मेरी कहानियां, कविताएं,कार्टून गजल एवं समसामयिक लेख !
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मौन-सून!
ये सच है, तुम्हारी बेरुखी हमको, मानों कुछ यूं इस कदर भा गई, सावन-भादों, ज्यूं बरसात आई, गरजी, बरसी और बदली छा गई। मैं तो कर रहा था कबसे तुम...
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नोट: फिलहाल टिप्पणी सुविधा मौजूद है! मुझे किसी धर्म विशेष पर उंगली उठाने का शौक तो नहीं था, मगर क्या करे, इन्होने उकसा दिया और मजबूर कर द...
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स्कूटर और उनकी पत्नी स्कूटी शहर के उत्तरी हिस्से में सरकारी आवास संस्था द्वारा निम्न आय वर्ग के लोगो के लिए ख़ासतौर पर निर्म...
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देशवासियों तुम हमें सत्ता देंगे तो हम तुम्हें गुजारा भत्ता देंगे। सारे भूखे-नंगों की जमात को, बिजली-पानी, कपड़ा-लत्ता देंगे। ...

क्या बात है सर जी ...
ReplyDeleteवैसे जस्टिस साहब भी अपने आप में एक चीज़ हैं ...
nice caroon.
ReplyDeleteशायद इन महोदय को बदजुबानी का रोग लग चूका है फिर भी आपका कार्टून अच्छा है !
ReplyDeleteघूम-घूमकर देखिए, अपना चर्चा मंच
ReplyDelete। लिंक आपका है यहीं, कोई नहीं प्रपंच।।
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज सोमवार के चर्चा मंच पर भी है!
सूचनार्थ!
अविश्वास का प्रश्न कहाँ टिकता है?
ReplyDelete:)
ReplyDeleteJudge sahb paglaa gaye lagte h ..
ReplyDeletefir bhi nice cartoon .. ;D