Sunday, December 9, 2012

कार्टून कुछ बोलता है- राज को राज रहने दो !


7 comments:

  1. क्या बात है सर जी ...
    वैसे जस्टिस साहब भी अपने आप में एक चीज़ हैं ...

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  2. शायद इन महोदय को बदजुबानी का रोग लग चूका है फिर भी आपका कार्टून अच्छा है !

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  3. घूम-घूमकर देखिए, अपना चर्चा मंच
    । लिंक आपका है यहीं, कोई नहीं प्रपंच।।
    आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज सोमवार के चर्चा मंच पर भी है!
    सूचनार्थ!

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  4. अविश्वास का प्रश्न कहाँ टिकता है?

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  5. Judge sahb paglaa gaye lagte h ..

    fir bhi nice cartoon .. ;D

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मौन-सून!

ये सच है, तुम्हारी बेरुखी हमको, मानों कुछ यूं इस कदर भा गई, सावन-भादों, ज्यूं बरसात आई,  गरजी, बरसी और बदली छा गई। मैं तो कर रहा था कबसे तुम...