...............नमस्कार, जय हिंद !....... मेरी कहानियां, कविताएं,कार्टून गजल एवं समसामयिक लेख !
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उत्तराखंड सरकार जी ! थोड़ा स्थानीय लोगों की भी सुन लो ।
चारधाम कपाट खुलते ही उत्तराखण्ड मे एक तरफ जहां श्रद्धालुओं का अपार हुजूम उमड पडा है,वहीं दूसरी तरफ उस का नतीजा यह है कि चारों धामों और आसपास...

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' दीपोत्सव" मुल्क़ मे हाकिमों के हुक्मों की गहमा़गहमी़ है। 'दीया' खामोश है और रोशनी सहमी़-सहमी़ है। डर है, दम घुटकर न मर जाए...
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जहां, छप्पन इंच के सीने वाला भी यू-टर्न ले लेता है, वहां, 'मार्क माय वर्ड्स' कहने वाला पप्पू, भविष्यवेता है।
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खौ़फजदा है दुनिया कोरोना के नाम से, गुजर रही है जिंदगी कुछ ऐसे मुकाम से । प्यार मे गले मिलना गुजरी सदी की बात है, दूर हो जाते हैं अजीज भी, ज...
दोनों समझ कर पढ़ ली
ReplyDelete@ संदीप पवाँर (Jatdevta):
ReplyDeleteशुक्रिया, आभार !
महोदय, किसी भी सभ्यता की समय-तालिका अथवा वर्ष-तालिका का सम्मान रखते, विश्व में इसवी सन दिनांक 21-12-2012 अभी पूर्ण नहीं हुयी । कुछ राष्ट्रों में अभी अभी ही सूर्योदय हुआ है और अगले कुछ कलाको तक कोई ना कोई भू भाग में लगातार सूर्योदय होता रहेगा। इसके पश्चात सूर्यास्त और तत्पश्चात रात्रि के 12.01 बजे अ-प्रलय की पुष्टि संभव है । अ-प्रलय के चलते कुछ महत्वपूर्ण कार्य भी करने होंगे, अब आपको तो अनुमान होगा इस बात का । कृपया धैर्य रखे और आस्था-प्रार्थना बनाये रखें ।
ReplyDelete@uchchairghosh :
ReplyDeleteढाढस बंधाने हेतु आभार सर जी :)
तेल की धार तो जगह पर ही गिरी है..
ReplyDeleteफिर तो कालिए के लिए प्रलय निश्चित है। :)
ReplyDeleteबढ़िया लेखन, बधाई !!
ReplyDeleteतारीख पे तारीख...
ReplyDeleteहा हा ... कालिया तो गया ...
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