राजनीति में मर्यादा का भी पालन होना चाहिए : मनमोहन सिंह
एक और !!
रहम करो माई बाप !
माया-ममता का पालन करते-करते
तो हम सड़क पर आ गए और आप है
कि.......!!!!
छवि गुगुल से साभार
एक और !!
रहम करो माई बाप !
माया-ममता का पालन करते-करते
तो हम सड़क पर आ गए और आप है
कि.......!!!!
हा हा हा बहुत बढिया गोदियाल जी।
ReplyDeleteहा हा हा………………सही कहा।
ReplyDeletebahut badhiya godial sahab
ReplyDeletemain fir se aa gya hun.
bahut badhiya godial sahab
ReplyDeletemain fir se aa gya hun.
Most welcome Rana ji
ReplyDeleteबहुत बढ़िया
ReplyDeleteजो मर्यादा का पालन नहीं कर रहे हैं, उनके आगे तो वो हाथ जोड़े खड़े हैं :)
ReplyDeletebahut badiya ji.
ReplyDeletesahi kaha.
chote se alfaazo men itnaa bdhaa flsfaa vaah bhyi vaah. akhtar khan akela kota rajsthan
ReplyDeletehttp://taarkeshwargiri.blogspot.com/2010/08/blog-post_13.html
ReplyDeletePlease read
apne ne to pura Chakka mar diya hai , Aur bol sidhe ITLI ja giri hai..... ha ha ha ha ha ha ha ha ha ha ha haha
जय हो।
ReplyDeleteआपका लेखन अच्छा है
ReplyDeleteआजादी का इससे अच्छा क्या होगा उपहार!
ReplyDeleteबेचारा....
ReplyDeleteगंभीर ...
ReplyDeleteव्यंग्य!
अब तक का सबसे छोटा व्यंग्य!!
ReplyDeleteधाँसूं!!
ReplyDeleteबढ़िया है ...:):)
ReplyDeleteबहुत खूब गोदियाल जी।
ReplyDeleteहा हा हा बहुत बढिया
ReplyDeleteशुक्र है आपको भी सिर्फ़ दो नाम... माया-ममता ही याद रहे...वर्ना शारिरिक स्थिति के साथ साथ मानसिक सन्तुलन भी बिगड जाता.. ही ही
ReplyDeleteहा हा हा बहुत बढिया!!
ReplyDeleteये भी खूब रही ।
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