...............नमस्कार, जय हिंद !....... मेरी कहानियां, कविताएं,कार्टून गजल एवं समसामयिक लेख !
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प्रश्न -चिन्ह ?
पता नहीं , कब-कहां गुम हो गया जिंदगी का फ़लसफ़ा, न तो हम बावफ़ा ही बन पाए और ना ही बेवफ़ा।
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स्कूटर और उनकी पत्नी स्कूटी शहर के उत्तरी हिस्से में सरकारी आवास संस्था द्वारा निम्न आय वर्ग के लोगो के लिए ख़ासतौर पर निर्म...
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अगस्त २००८ के आस-पास मैंने ब्लॉग-जगत में कदम रखा था! तबसे ब्लोगर मित्रों और सम्माननीय पाठकों की प्रेरणा पाकर मैंने एक लघु उपन्यास, ४१ कहानिय...
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शहर में किराए का घर खोजता दर-ब-दर इंसान हैं और उधर, बीच 'अंचल' की खुबसूरतियों में कतार से, हवेलियां वीरान हैं। 'बेचारे' क...
बहुत बढ़िया!
ReplyDeleteकल के चर्चा मंच पर भी इसे ले लिया है!
आदत से मजबूर..
ReplyDeleteबढ़िया, साधुवाद !!
ReplyDelete2014 की तैयारी कर रहे हैं ऐसा कहने वाले, क्योंकि आगे चलकर इससे भी बडी ऐतिहासिक 'जीत' होने वाली है ना
ReplyDeleteHabits get married after 20 years of age. Poor chap is shouting under 'conditioned-reflex'.
ReplyDeletehahahaha
ReplyDeleteखुश रहने को ग़ालिब ख्याल अच्छा है ...
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