हम हिन्दुस्तानियों के लिए शायद यह खबर बहुत मामूली सी थी , इसलिए किसी ने इसे तबज्जो देना तो दूर, इस पर गौर करना भी मुनासिब नहीं समझा !
और खबर यह थी कि देश की राजधानी से सटे ग्रेटर नोएडा में अपने देश के कुछ भूखे-नंगे, आई-सी-आई-सी-आई बैंक की ए.टी.एम् मशीन ही ले उड़े, जिसके अन्दर बताया जाता है कि ३२ लाख का कैश था ! हा-हा-हा-हा-हा-हा-हा-हा-हा-हा.....
हैं न जोक मजेदार ! मुझे हंसी उन भूखे-नंगो पर नहीं, वरन बहनजी और मौन सिंह जी के सुशासन पर आ रही है ! मेरा भारत महान !
...............नमस्कार, जय हिंद !....... मेरी कहानियां, कविताएं,कार्टून गजल एवं समसामयिक लेख !
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प्रश्न -चिन्ह ?
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nice
ReplyDeleteबहुत सुंदर-सुशासन मे कभी ऐसा भी होता है।
ReplyDeleteऐसी ही एक खबर थोड़े दिन पहले हमने बतायी थी जब चोर जबलपुर से एक ए.टी.एम. ले उड़े थे।
ReplyDeleteमाया के राज में माया उड़ाना कोई अपराध नही है ........ बस माय उड़ाने वाले माया का ख्याल रखें .........
ReplyDeleteए.टी.एम मशीन उड़ाने का अब जैसा धंधा चल पड़ा है . जबलपुर से भी चोरो ने एक ए.टी.एम मशीन चोरी कर उड़ा दी थी .. अभी हाल में पकडे गए चोरो में एक मंत्री का भतीजा था ....
ReplyDeleteबढिया जानकारी। माया और मनमोहन वाह रे जोड़ी?
ReplyDeleteकहीं कुछ और ही तो बात नहीं?
ReplyDeleteहम ही चोर हम ही सिपाही,
तिजोरी तुम्हारी, माया हमारी। :)
एक जोक है कि अगर बहिन जी अगर बहन हैं तो कांशीराम क्या ?
ReplyDeleteजवाब है:--- जीजा
यह जोक आज से दस साल पहले बहुत मशहूर हुआ था.... वैसे बहिन जी... के राज में बहुत कुछ हो रहा है... जिस पर लोगों ने आँखों पर पट्टी चढ़ा रखी है.....
महान के ऊपर एक और बहुत धांसू जोक है.... उसे मेल करूँगा आपको....
लखनऊ से बाहर था.... इसीलिए लेट आया ....
ReplyDeleteइससे माया की माया मे कौन सी कमी आजायेगी?:)
ReplyDeleteरामराम.
सतत सजगता का परिणाम
ReplyDeletevah.........
ReplyDeleteधन्य हुए ऐसी खबर सुन कर!!!
ReplyDeleteसही है, बूटी न मिले तो पर्वत ही ले चलो।
ReplyDeleteअब क्या कहे,
ReplyDeleteमाया महाठगनी हम जानि :)
ReplyDeleteInternet ka jamana hai. abhi tak bank ki website ko hijack karte rahe hai, ab bank ke bachchon (ATM)ko kidnap karte hai//ha..ha..ha
ReplyDeleteसमय बच गया तोड़ने का
ReplyDeleteवाह बहुत बढ़िया!
ReplyDeletesahi hai booti na sahi poora pahad hi sahi
ReplyDeleteअरे बाबा...ये गरीब दुविधा में थे...
ReplyDeleteराम तो मिले नहीं सो 'माया' ले उड़े...:):)
sir I would like to thank you for your reply to Aziz burney on 02 jan 10. did you notice that how secular he is and how he is mis guiding the youth . we must definately do something to reply such people.
ReplyDeletethanks
Aaditya
Aaditya.rathore18@gmail.com
Dear Adityaji, Thank you very much. Yes, and its a duty of every citizen, youth in particular to give befitting reply to those black sheeps.
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