तमाम सामाजिक दूरियांं बरतते हुए,
हम ह़िंदुस्तानियो ने तो सदी गुजार दी
और, अब ये कमबख्त चीनी वायरस,
हमें दूरियाँ बरतने की सलाह दे रहा। 😀
हम ह़िंदुस्तानियो ने तो सदी गुजार दी
और, अब ये कमबख्त चीनी वायरस,
हमें दूरियाँ बरतने की सलाह दे रहा। 😀
...............नमस्कार, जय हिंद !....... मेरी कहानियां, कविताएं,कार्टून गजल एवं समसामयिक लेख !
जीवन रहन गमों से अभिभारित, कुदरत ने विघ्न भरी आवागम दी, मन तुषार, आंखों में नमी ज्यादा, किंतु बोझिल सांसों में हवा कम दी, तकाजों का टिफिन पक...
वाह..अहम की पराकाष्टा है यह तो।
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