हे ऊपरवाले !
इस दुनिया में,
स्वार्थीजन आपको
खूब अलंकारते है,
भगवान्,ईश्वर, अल्लाह, रब, खुदा
गॉड और न जाने
किन-किन नामों से पुकारते है।
निःसंदेह आप खेवनहार हो,
इस दुनिया के पालनहार हो,
खूब लुटाते हो अपने भक्तों पर,
आपकी कृपा हो तो घोड़े-गधे भी
बैठ जाते है ताजो-तख्तों पर।
मगर एक बात जो
मुझे अखरती है , माय बाप !
सिर्फ मेरी ही बारी
क्यों कंजूस बन जाते हैं आप ?
मुझे बताओ, ऐ ऊपर वाले !
मुझमे ही सारे गुण तुमने
पाइरेटेड क्यों डाले?
अरे, कम से कम
लेबल तो निकाल देते,
कुछ नहीं था, तो यार,
एंटी-वायरस तो ओरिजिनल डाल देते।
इस दुनिया में,
स्वार्थीजन आपको
खूब अलंकारते है,
भगवान्,ईश्वर, अल्लाह, रब, खुदा
गॉड और न जाने
किन-किन नामों से पुकारते है।
निःसंदेह आप खेवनहार हो,
इस दुनिया के पालनहार हो,
खूब लुटाते हो अपने भक्तों पर,
आपकी कृपा हो तो घोड़े-गधे भी
बैठ जाते है ताजो-तख्तों पर।
मगर एक बात जो
मुझे अखरती है , माय बाप !
सिर्फ मेरी ही बारी
क्यों कंजूस बन जाते हैं आप ?
मुझे बताओ, ऐ ऊपर वाले !
मुझमे ही सारे गुण तुमने
पाइरेटेड क्यों डाले?
अरे, कम से कम
लेबल तो निकाल देते,
कुछ नहीं था, तो यार,
एंटी-वायरस तो ओरिजिनल डाल देते।
कांटे को कांटे से ही निकाला जाता है... पायरेटेड को पायरेटेड एंटीवायरस ही काम करेगा :)
ReplyDeleteजायज़ शिकायत है .. :):)
ReplyDeleteवाह!
ReplyDeleteबहुत खूब!!
रचना की रचना और शिकायत बोनस में!
यानि-
आम के आम गुठलियों के दाम!
आपकी रचना पढकर बरबस हंसी छूटे जा रही है. गजब की शिकायत ढूंढी है आपने भी.:)
ReplyDeleteरामराम.
क्या हौसला है सच को स्वीकारने का!!!
ReplyDeleteबहुत ही गूढ़ बात कही है।
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteप्रिय शकुनी ये किसका ब्लॉग है....
ReplyDeleteमहाराज ये ब्लॉग अंधड़ कहलाता है और आज इस पर शिकायत की आंधी चली है महाराज। पूरी कविता यों है........
सुन्दर ! अति सुन्दर kavita hai . शिकायत वाजिब है। हमें भी बहुत सी शिकायतें रही हैं ऊपर वाले से। चलो अब कहीं और चलें....
:)
ReplyDeleteयार, एंटी-वायरस तो ओरिजिनल डाल देते !!
ReplyDeleteफिर मज़ा क्या आता ।
zabardast !
ReplyDeletewaaaaaaaaaaah !
बहुत सुन्दर अर्थपूर्ण कबिता.
ReplyDeleteधन्यवाद.
’मुझको भी तू लिफ़्ट करा दे’
ReplyDeleteगोदियाल जी, आज के समय में पायरेटिड वर्ज़न ज्यादा चलता है, चिंता मत करो।
आपका नंबर भी आयेगा।
मस्त लिखते हो, बॉस।
सन्नाट!!
ReplyDeleteहा हा हा……………क्या शिकायत है।
ReplyDeleteha ha ha ha ha ha
ReplyDeleteoriginal antivirus
……क्या शिकायत है।
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