हमारी सरकार जो मुद्रास्फीति के आंकड़े पहले हर हफ्ते देती थी और अब महीने में एक बार देती है, उसने हम भारतीयों को बहुत समय से चक्कर में डाल रखा है! महंगाई आसमान छू रही है और यह इन्फ्लेसन है कि कभी नेगेटिव में जाकर डिफ्लेसन हो जाता है और आजकल पोजेटिव में एक और दो प्रतिशत के बीच झूल रहा है, जबकि वास्तविकता में इसे होना १००% से भी ऊपर चाहिए था! खैर, सब सरकार की और आंकड़े इकठ्ठा करने वालो की मेहरवानी समझिये, जो इसे आंकड़ो की पहली सीढी पर ही रोके खड़े है! दूसरी तरफ ये खबरिया चैनलों की मेहरवानी समझो कि घर में जिसे देखो, वही पूछे फिरता है कि अजी सुनते हो, ये इन्फ्लेसन क्या होता है? अब इन्हें कैसे समझाए इन्फेसन की परिभाषा !
मुझे अभी-अभी एक इ-मेल मिला है, मैं समझता हूँ कि यह समझाने का सबसे नायाब तरिका हो सकता है जो अपने सरदार जी ने अख्तियार किया है, अत: सोचा कि शायद आप भी मेरी ही तरह की परेशानी से जूझ रहे होंगे तो यह शायद आपकी भी कुछ मदद करे :) ;
मुझे अभी-अभी एक इ-मेल मिला है, मैं समझता हूँ कि यह समझाने का सबसे नायाब तरिका हो सकता है जो अपने सरदार जी ने अख्तियार किया है, अत: सोचा कि शायद आप भी मेरी ही तरह की परेशानी से जूझ रहे होंगे तो यह शायद आपकी भी कुछ मदद करे :) ;
बहुत सुन्दर परिभाषा
ReplyDeleteहहहहहह क्या तरीका है जी...
ReplyDeleteपढते वक्त तो थोडा सीरियस था पर फिर हँसता ही चला गया।
ReplyDelete"सबसे नायाब तरिका हो सकता है जो अपने सरदार जी ने अख्तियार किया है "
ReplyDeleteपाबलाजी टु नोट :) :)
यह तरीका बहुत बढ़िया लगा!
ReplyDeleteवल्ले वल्ले यह तरीका तो हमारी समझ मै झट से आ गया, मजे दार
ReplyDeleteओह मैंने तो बड़ी मेहनत की थी इन्फ्लेशन समझने में...नादान ही था....
ReplyDeleteगोदियाल सर..ऊपर की पंक्तियों में आपकी चिंता से सहमत..और बाकि नीचे वाली पंक्तियाँ कईयों को सुना चूका हूँ...
वाह सरदार जी ने तो बढ़िया सिखाया कि इन्फ्लेशन क्या होती है...मजेदार प्रस्तुति आभार!!!
ReplyDeleteबहुत सही...ये तो हम मित्रों को भेजेंगे.
ReplyDeleteha !ha !ha!
ReplyDelete:D..kis ka banaya cartoon hai?bahut badhiya..
आहा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा, बस अब और नही पेट दुखने लग गया।
ReplyDeleteoye hoye............
ReplyDeletegazab bhayo raamaa zulum bhayo re...
ha ha ha ha ha ha ha ha ha
kya kahne !